Advertisement

Advertisements

रिटायर्ड कर्नल को डिजिटल अरेस्ट किया, ठग लिए 3.41 करोड़ रुपए

Gaurangini Chaudhary
Gaurangini Chaudhary - Content writer
4 Min Read
रिटायर्ड कर्नल को डिजिटल अरेस्ट किया, ठग लिए 3.41 करोड़ रुपए

चंडीगढ़ में एक बेहद चौंकाने वाली ठगी की घटना सामने आई है, जिसमें एक 82 वर्षीय रिटायर्ड कर्नल और उनकी पत्नी को 9 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके कुल 3.41 करोड़ रुपए ठग लिए गए। यह मामला कर्नल दिलीप सिंह बाजवा और उनकी पत्नी रणविंदर कौर बाजवा से जुड़ा है, जो चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में रहते हैं। दंपति ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ठगी का तरीका

18 मार्च को दंपति के पास एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल आया, जिसमें उन्हें बताया गया कि नरेश गोयल नामक व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में है और उसके पास से 247 एटीएम कार्ड मिले हैं, जिनमें एक कार्ड उनके नाम का है। इस कार्ड पर 20 लाख रुपये का लेन-देन हुआ था। इसके बाद, दंपति को यह बताया गया कि उनका नाम इस मामले से जुड़ा हुआ है और उन्हें अरेस्ट किया जा सकता है।

See also  मोदी के बाद कौन?

19 मार्च को फिर से एक अंतरराष्ट्रीय कॉल आई, जिसमें फर्जी सुप्रीम कोर्ट का लेटर भेजकर दंपति को डराया गया और बताया गया कि उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं। यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल अरेस्ट के नाम पर चल रही थी। ठगों ने दंपति से पूरी जानकारी हासिल की, जिसमें बैंक बैलेंस, संपत्ति के दस्तावेज, और घर में पड़े सोने के बारे में सब कुछ लिया।

डिजिटल अरेस्ट का झांसा

कर्नल दिलीप ने बताया कि उन्हें 27 मार्च को वीडियो कॉल के जरिए एक फर्जी कोर्ट रूम दिखाया गया, जिसमें जज, पुलिस अधिकारी और आरोपी दिखाई दे रहे थे। जज ने उन्हें बताया कि उनकी बेल गारंटीड है, लेकिन इसके लिए 2 करोड़ रुपये का बेल वारंट भरना होगा। कर्नल ने जब जवाब दिया कि उनके पास पैसे नहीं हैं, तो जज ने उन्हें किसी भी तरीके से पैसे इकट्ठा करने की सलाह दी।

See also  Agra news : विवाहिता की हत्या, उच्च अधिकारियो से मिले भाजपा नेता..

ठगों ने कर्नल को एक ओर वीडियो कॉल के दौरान सुप्रीम कोर्ट का डर दिखाते हुए ₹8,00,000 ट्रांसफर करवा लिए। कुल मिलाकर, पांच अलग-अलग खातों में कुल 3.41 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इस दौरान, ठगों ने कर्नल को धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस या किसी को यह बात बताई तो उनकी इज्जत और सेना का नाम खराब हो जाएगा, साथ ही उन्हें देशद्रोह के आरोप में फंसाने का भी डर दिखाया गया।

ठगी का अहसास और पुलिस को जानकारी

कर्नल ने बाद में कुछ रिश्तेदारों से पैसे उधार लेने की कोशिश की, लेकिन उन रिश्तेदारों ने उन्हें बताया कि यह एक डिजिटल ठगी है। इसके बाद, कर्नल ने कुछ वकीलों से संपर्क किया और ठगी का अहसास होने के बाद 28 मार्च को थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस कार्रवाई और फ्रीज की गई राशि

चंडीगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और अब तक जो ट्रांजैक्शन हुए हैं, उनमें से केवल ₹6,50,000 ही पुलिस ने फ्रीज किए हैं। बाकी राशि फ्रॉड करने वालों ने चेक के माध्यम से देश के विभिन्न बैंकों से निकाल ली है।

See also  सीकरी में पर्यटक युवक गायब, तीन घंटे बाद पुलिस ने खोजा

पुलिस की अपील

चंडीगढ़ पुलिस की एसपी गीतांजलि खंडेलवाल ने आम जनता से अपील की है कि वे डिजिटल अरेस्ट जैसी फर्जी कॉल्स से बचें और ऐसी कॉल्स मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट नाम का कोई कानूनी प्रावधान नहीं है और लोगों को ऐसे ठगों के झांसे में नहीं आना चाहिए।

Advertisements

See also  अरविंद केजरीवाल पर हमला, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक, भीड़ ने दिखाए काले झंडे और फेंके पत्थर… AAP ने जारी किया VIDEO
Share This Article
Content writer
Follow:
Passionate about storytelling and journalism. I provide well-researched, insightful and engaging content here.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement