रॉबर्ट वाड्रा को ED का दूसरा समन, लैंड डील मामले में आज होगी पूछताछ, वाड्रा ने बताया ‘बदले की कार्रवाई’

Manisha singh
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रॉबर्ट वाड्रा को ED का दूसरा समन, लैंड डील मामले में आज होगी पूछताछ, वाड्रा ने बताया 'बदले की कार्रवाई'

रॉबर्ट वाड्रा को ED का दूसरा समन, लैंड डील मामले में आज होगी पूछताछ। वाड्रा ने इसे ‘बदले की कार्रवाई’ बताया। जानें पूरा मामला। #RobertVadra #EDSummons #LandDeal

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें लैंड डील से जुड़े एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत दूसरा समन भेजा है। इससे पहले, ED ने उन्हें 8 अप्रैल को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वाड्रा उस दिन पेश नहीं हुए थे। ED की तरफ से जारी नए समन के अनुसार, उन्हें आज यानी 15 अप्रैल को जांच एजेंसी के समक्ष हाजिर होने के आदेश दिए गए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से संबंधित कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग का एक मामला दर्ज किया था। इसी सिलसिले में पहले भी वाड्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनके पेश न होने के कारण आज यह दूसरा समन जारी किया गया है।

ED के दूसरे समन के बाद रॉबर्ट वाड्रा अपने आवास से प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के लिए पैदल ही रवाना हो गए। ED दफ्तर जाते समय उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला और इस कार्रवाई को ‘बदले की कार्रवाई’ करार दिया। वाड्रा ने कहा, “मुझे नहीं पता कि दोष क्या है। जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। मुझे कुछ भी छिपाने की जरूरत नहीं है। 20 साल से अब तक उन्हें कुछ भी नहीं मिला है, अगर कुछ है तो सामने लाया जाए।”

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा को लगातार घेर रही है। मंगलवार को भेजा गया यह दूसरा समन इसी कड़ी का हिस्सा है। वाड्रा पहले समन पर हाजिर नहीं हुए थे, जो 8 अप्रैल को जारी किया गया था। केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से संबंधित कथित वित्तीय अनियमितताओं की पड़ताल कर रही है।

ईडी के समन पर रॉबर्ट वाड्रा का बयान

रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमने ईडी से कहा कि हम अपने दस्तावेज व्यवस्थित कर रहे हैं, मैं हमेशा यहां रहने के लिए तैयार हूं। मुझे उम्मीद है कि आज कोई निष्कर्ष निकलेगा। मामले में कुछ भी नहीं है। जब मैं देश के पक्ष में बोलता हूं, तो मुझे रोक दिया जाता है, राहुल को संसद में बोलने से रोका जाता है। बीजेपी ऐसा कर रही है। यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है।”

उन्होंने आगे कहा, “लोग मुझे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं राजनीति में शामिल हो जाऊं। जब मैं राजनीति में शामिल होने की इच्छा व्यक्त करता हूं, तो वे मुझे नीचे गिराने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए पुराने मुद्दे उठाते हैं। मामले में कुछ भी नहीं है। पिछले 20 वर्षों में मुझे 15 बार बुलाया गया और हर बार 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। 23000 दस्तावेजों को व्यवस्थित करना आसान नहीं है।”

कब का है पूरा मामला?

ईडी के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ का एक प्लॉट 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था। इसके बाद, वाड्रा की कंपनी ने इस जमीन को रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया था। केंद्रीय जांच एजेंसी इस अप्रत्याशित मुनाफे के पीछे संभावित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है।

चर्चा में वाड्रा का एक दिन पुराना बयान:

यह समन ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही, आंबेडकर जयंती के मौके पर रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में एंट्री को लेकर अपनी इच्छा सार्वजनिक की थी। उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में इसके लिए पूरी ताकत के साथ काम किया जाएगा और अगर जनता चाहती है तो वह पूरी कोशिश करेंगे। हालांकि, अपनी राजनीतिक एंट्री को लेकर वह पहले भी कई बार इच्छा जता चुके हैं।

आज रॉबर्ट वाड्रा ईडी के समक्ष पेश होते हैं, ऐसे में इस मामले में आगे क्या मोड़ आता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

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Granddaughter of a Freedom Fighter, Kriya Yoga Practitioner, follow me on X @ManiYogini for Indic History and Political insights.
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