पोस्ट ऑफिस ने लॉन्च किया ‘DigiPin’: पार्सल डिलीवरी में लाएगा क्रांति, अब पता बताना होगा और भी आसान!

Gaurangini Chaudhary
Gaurangini Chaudhary - Content writer
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पोस्ट ऑफिस ने लॉन्च किया 'DigiPin': पार्सल डिलीवरी में लाएगा क्रांति, अब पता बताना होगा और भी आसान!

क्या आपको भी ऑनलाइन शॉपिंग करते समय या पार्सल भेजते वक्त सटीक पता बताने में दिक्कत आती है? खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में, जहाँ घरों के नंबर या गलियों के नाम स्पष्ट नहीं होते, वहाँ डिलीवरी एजेंट को अक्सर बार-बार कॉल करके पता पूछना पड़ता है. अब इस समस्या का समाधान डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट (डाक विभाग) ने DigiPin (डिजिटल पिन) के रूप में पेश किया है. यह एक ऐसी सर्विस है जो आपके पार्सल डिलीवरी अनुभव को पूरी तरह से बदल सकती है.

क्या है DigiPin?

DigiPin एक स्मार्ट लोकेशन आइडेंटिफायर है. यह पारंपरिक पिन कोड की सीमाओं को दूर करता है, क्योंकि एक पिन कोड अक्सर एक बड़े क्षेत्र को कवर करता है, जबकि DigiPin सटीक लोकेशन की जानकारी देता है. DigiPin एक डिजिटल कोड है जो किसी भी घर, दुकान, बिल्डिंग या स्थान को यूनीक रूप से आइडेंटिफाई करता है.

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यह आइडेंटिफिकेशन GPS बेस्ड टेक्नोलॉजी पर आधारित है. DigiPin एक 10 अंकों का यूनिक अल्फा न्यूमेरिक कोड होता है, जो लॉन्गिट्यूड और लैटिट्यूड पर आधारित होता है. इसका मतलब है कि यह किसी भी पते की सटीक लोकेशन बताएगा. इस कोड को आप ऑफलाइन भी इस्तेमाल कर सकते हैं और इसे नेविगेशन सिस्टम या ऐप में इंटीग्रेट करके सटीक नेविगेशन भी प्राप्त किया जा सकता है. डाक विभाग ने स्पष्ट किया है कि DigiPin किसी भी प्राइवेट या पर्सनल डेटा को स्टोर नहीं करता है और इसकी मदद से आप 4×4 मीटर तक की सटीक लोकेशन शेयर कर सकते हैं.

किन दिक्कतों को दूर करेगा DigiPin?

आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ गया है, लेकिन ग्रामीण या अविकसित शहरी इलाकों में जहाँ एक ही पिन कोड में हजारों पते होते हैं, वहाँ डिलीवरी एजेंट को सही पते तक पहुँचने में काफी मुश्किल होती है. इससे उपभोक्ता परेशान होते हैं और पार्सल भी समय पर नहीं पहुँचता. DigiPin इस समस्या को हल करने में मदद करेगा, क्योंकि यह लोकेशन को सीधे GPS से जोड़ता है.

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DigiPin कैसे ला सकता है क्रांति?

DigiPin की मदद से डिलीवरी एजेंट को मैप में सटीक जगह मिलेगी, जिससे गलत पते पर डिलीवरी या डिलीवरी के मिस होने का जोखिम कम होगा. यह सुविधा किसी को अपनी लाइव लोकेशन शेयर करने जैसी है, जिससे कम समय में ज्यादा डिलीवरी संभव हो पाएगी.

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को इससे बहुत मदद मिलेगी, खासकर ऐसे क्षेत्रों में जहाँ हाउस नंबर और गली के नाम तक तय नहीं हैं. यह सर्विस लोगों के अनुभव को बेहतर बनाएगी. AI सिस्टम भी DigiPin की मदद से डेटा को बेहतर तरीके से एनालाइज कर पाएंगे, जैसे किस इलाके में ज्यादा डिलीवरी फेल होती हैं या कहाँ ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

DigiPin से क्या बदलेगा?

फिलहाल इस सर्विस का इस्तेमाल बड़े स्तर पर नहीं हो रहा है, लेकिन कुछ जगहों पर इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो गया है. भविष्य में ई-कॉमर्स कंपनियाँ इस फीचर को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ सकती हैं, जिसके बाद आपको अपना पूरा पता नहीं डालना होगा, बल्कि आप सिर्फ DigiPin शेयर करके अपनी लोकेशन पर सामान मंगवा सकेंगे.

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हालांकि, यह इंटीग्रेशन कब तक होता है और इसका अनुभव कैसा रहेगा, यह तो भविष्य में ही पता चलेगा. संभव है कि बेहतर डिलीवरी अनुभव के लिए फ्यूचर में ई-कॉमर्स वेबसाइट्स चेकआउट के दौरान DigiPin पूछ सकती हैं.

DigiPin कैसे जनरेट करें?

DigiPin जनरेट करना बहुत ही आसान है. इसके लिए आपको https://dac.indiapost.gov.in/mydigipin/home पर जाना होगा. आपको अपनी लोकेशन का एक्सेस देना होगा और तुरंत ही वहाँ का DigiPin जनरेट हो जाएगा. आप 10 अंकों के उस कोड को कॉपी करके किसी से भी शेयर कर सकते हैं.

क्या आप इस नई सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए उत्सुक हैं?

 

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