नई दिल्ली/पहलगाम: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आज एक कायराना आतंकी हमले को अंजाम दिया गया, जिसमें एक पर्यटक की जान चली गई है। इस दुखद घटना के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें गृह सचिव और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
पीएम मोदी ने अमित शाह से की बात, कड़ी कार्रवाई के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आतंकी हमले की खबर मिलते ही गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की। उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह को जल्द ही घटनास्थल का दौरा करने का भी आदेश दिया है।
सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे इलाके को घेर लिया है और पहाड़ी इलाकों में आतंकियों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। हमले में घायल हुए अन्य पर्यटकों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई से फोन पर बात करते हुए एक अज्ञात महिला ने बताया कि हमले में उनके पति के सिर में गोली लगी है, जबकि सात अन्य लोग भी इस आतंकी हमले में घायल हुए हैं। महिला ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने में मदद की गुहार लगाई है।
अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाना चाहते हैं आतंकी
यह आतंकी हमला ऐसे समय में हुआ है जब आगामी 3 जुलाई से पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। पर्यटकों को निशाना बनाना आतंकियों की एक नई और खतरनाक चाल की ओर इशारा करता है। माना जा रहा है कि इस हमले का मकसद आगामी अमरनाथ यात्रा को बाधित और प्रभावित करना है।
आतंकी हमले पर उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन ने जताया गहरा दुख
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस घटना को विश्वास से परे सदमा बताते हुए कहा, “पर्यटकों पर यह हमला एक घृणित और अमानवीय कृत्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। इस निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने आगे बताया कि घायलों के लिए अस्पताल में बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सहकर्मी सकीना इटू से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए तुरंत अस्पताल रवाना हो गई हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वह स्वयं भी जल्द ही श्रीनगर वापस लौट आएंगे।
वहीं, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “आतंकवादियों से बड़ा कश्मीरियों का कोई दुश्मन नहीं हो सकता। उनकी जंग कश्मीरियों की मेहमाननवाजी और आतिथ्य के खिलाफ है। वे चाहते हैं कि पर्यटक कश्मीर छोड़ दें और कश्मीरियों के पास आजीविका का कोई स्रोत न रहे। वे हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के दुश्मन हैं। निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाना सबसे बड़ा पाप है। उन्हें न तो यहां माफ किया जाएगा, न ही भगवान की नजर में।”
इस आतंकी हमले ने एक बार फिर जम्मू कश्मीर में शांति और सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर किया है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस हमले के पीछे शामिल आतंकियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।