नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसे अब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और टीम के सभी सदस्य अनिवार्य रूप से पालन करेंगे। अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान बोर्ड ने कप्तान रोहित शर्मा को इन नए नियमों की पूरी लिस्ट सौंपी। अब ये नियम लागू हो चुके हैं और बीसीसीआई ने स्पष्ट रूप से संकेत दे दिया है कि खिलाड़ियों को इनका पालन करना ही होगा।
बीसीसीआई ने क्या दिए हैं नए दिशा-निर्देश?
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खिलाड़ियों के यात्रा, सामान, परिवार और नेट्स से जुड़ी कुछ नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। इस बार बोर्ड ने सख्त कदम उठाते हुए खिलाड़ियों को निर्देशित किया है कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें। बीसीसीआई का मुख्य उद्देश्य टीम में अनुशासन और एकता बनाए रखना है, जिससे टूर्नामेंट के दौरान एक सकारात्मक माहौल बने।
बीसीसीआई ने यह कदम खिलाड़ियों को अपने व्यक्तिगत स्टाफ, जैसे कि निजी मैनेजर, शेफ, असिस्टेंट, और सिक्योरिटी ले जाने से रोकने के लिए उठाया है। पहले कई खिलाड़ी अपने साथ निजी स्टाफ लेकर चलते थे, जिसमें हेयरड्रेसर, नैनी, कुक जैसे लोग शामिल होते थे। अब बोर्ड ने साफ कर दिया है कि बिना बोर्ड की अनुमति के खिलाड़ी व्यक्तिगत स्टाफ नहीं ले जा सकेंगे। इससे लॉजिस्टिक्स की समस्याएं कम करने में मदद मिलेगी और यात्रा के दौरान टीम का ध्यान एकजुट रहेगा।
नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य और महत्व
बीसीसीआई के सूत्रों ने खुलासा किया कि इन दिशा-निर्देशों का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों के बीच अनुशासन और एकता को बढ़ावा देना है। बोर्ड चाहता है कि टीम के सभी सदस्य एक ही दिशा में काम करें और किसी भी प्रकार का असमंजस न हो। इन नियमों को लागू करने के लिए हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी आर देवराज को टीम मैनेजर नियुक्त किया गया है। उन्हें इन गाइडलाइन्स को सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है।
इसके अलावा, खिलाड़ियों को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि वे पूरे प्रैक्टिस सेशन के दौरान एक साथ रहें और वेन्यू पर टीम बस का ही इस्तेमाल करें। पर्सनल वाहनों का इस्तेमाल अब सख्त मना किया गया है, ताकि सभी खिलाड़ी एक साथ यात्रा कर सकें और टीम के बीच सामूहिक भावना बनी रहे।
क्या थे पिछले विवाद?
इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान बोर्ड की इन गाइडलाइन्स को लेकर काफी विवाद हुआ था। तब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इन नियमों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी और यह भी कहा था कि अभी तक कोई आधिकारिक निर्देश नहीं मिले थे। इस समय काफी बहस हुई थी, लेकिन अब बीसीसीआई ने इन दिशा-निर्देशों को आधिकारिक तौर पर लागू कर दिया है।
किस प्रकार के दिशा-निर्देश हैं लागू?
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पर्सनल स्टाफ पर रोक: खिलाड़ियों को अब से अपने पर्सनल स्टाफ जैसे हेयरड्रेसर, कुक, और अन्य सहायक कर्मियों को साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम लॉजिस्टिक्स समस्याओं को कम करने और टीम के अनुशासन को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
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टीम बस का उपयोग: खिलाड़ियों को अपनी निजी गाड़ियों के बजाय टीम बस का ही इस्तेमाल करना होगा। यह कदम एकजुटता को बढ़ावा देने और यात्रा के दौरान एक टीम भावना बनाए रखने के लिए है।
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प्रैक्टिस सत्र में एकजुटता: सभी खिलाड़ियों को प्रैक्टिस सत्र में एक साथ रहना होगा और टीम के निर्धारित कार्यक्रम का पालन करना होगा। इससे सभी खिलाड़ी एक जैसे माहौल में ट्रेनिंग करेंगे और उनके बीच प्रतिस्पर्धा और सहयोग की भावना बनी रहेगी।
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व्यक्तिगत शूट पर रोक: खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट के दौरान व्यक्तिगत ऐड शूट्स करने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम उनके फोकस को केवल मैच और टीम पर रखने के लिए है।
बीसीसीआई की सख्ती और उम्मीदें
बीसीसीआई ने इन नए दिशा-निर्देशों को लेकर काफी सख्ती दिखाई है और टीम इंडिया से यह उम्मीद की जा रही है कि वे इन नियमों का पालन करेंगे। बोर्ड का उद्देश्य इस प्रक्रिया से टीम में अनुशासन, फोकस और एकजुटता को बढ़ाना है, ताकि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान टीम का प्रदर्शन बेहतरीन हो सके।