नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में लगातार शामिल होने के बावजूद डेब्यू का मौका न मिलने से क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने गहरी निराशा व्यक्त की है। उनका आरोप है कि उनका बेटा डिप्रेशन में चला गया है, और उन्होंने टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अभिमन्यु की जगह करुण नायर को क्यों तरजीह दी गई।
‘साल गिन रहा हूं, तीन साल हो गए’
अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन परमेश्वरन ईश्वरन ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में अपना दर्द साझा किया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा पिछले तीन साल से भारतीय टीम का हिस्सा है, लेकिन उसे खेलने का मौका नहीं मिल रहा। उन्होंने बताया कि एक खिलाड़ी का काम होता है रन बनाना और अभिमन्यु ने घरेलू क्रिकेट में लगातार ऐसा किया है। उन्होंने दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अच्छा प्रदर्शन किया था।
रंगनाथन ने सवाल उठाया, “जब अभिमन्यु अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, तब करुण नायर टीम में नहीं थे। फिर भी उन्हें मेरे बेटे पर तरजीह दी गई। पिछले एक साल में अभिमन्यु ने लगभग 864 रन बनाए हैं।” उन्होंने माना कि करुण नायर ने भी अच्छे रन बनाए हैं, लेकिन फिर भी चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए।
आईपीएल प्रदर्शन पर भी उठाए सवाल
रंगनाथन ईश्वरन ने इस बात पर भी चिंता जताई कि कुछ खिलाड़ी केवल आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं, जबकि टेस्ट चयन का आधार रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट होने चाहिए।
उन्होंने कहा, “मुझे मेरा बेटा डिप्रेशन में दिखता है, और यह होना भी लाजिमी है। टेस्ट चयन के लिए आईपीएल का प्रदर्शन नहीं, बल्कि रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी का प्रदर्शन आधार होना चाहिए।”
अभिमन्यु ईश्वरन को 2021 से कई बार भारतीय टीम में शामिल किया गया है, लेकिन वे अब तक सिर्फ स्टैंडबाय खिलाड़ी या टीम का हिस्सा बनकर ही रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर भी, जहाँ ओवल टेस्ट में टीम में कई बदलाव किए गए, उन्हें मौका नहीं मिला, जिससे उनका परिवार काफी दुखी है।