भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। शमी को मंगलवार (नौ जनवरी) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह पुरस्कार दिया। शमी 58वें क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिन्हें अर्जुन अवॉर्ड दिया गया है। इनमें 12 महिला क्रिकेट खिलाड़ी शामिल हैं। दो साल बाद किसी क्रिकेटर को अर्जुन अवॉर्ड मिला है। पिछली बार 2021 में शिखर धवन को यह पुरस्कार मिला था। सलीम दुर्रानी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले क्रिकेटर हैं। उन्हें 1961 में सम्मानित किया गया था।
शमी ने इस साल वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए थे और टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार गया, लेकिन टीम के प्रदर्शन की तारीफ खूब हुई। शमी को शुरुआती मैचों में खेलने का अवसर नहीं मिला था। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद टीम संयोजन में बदलाव हुआ और शमी को जगह मिली। उसके बाद उन्हें कहर बरपा दिया और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
शमी के लिए यह पुरस्कार उनके शानदार प्रदर्शन का फल है। वह पिछले कई सालों से भारतीय टीम के लिए अहम गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में भारत के लिए कई महत्वपूर्ण विकेट लिए हैं। शमी के इस पुरस्कार से भारतीय क्रिकेट को भी फायदा होगा। यह अन्य युवा गेंदबाजों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा।
पिता और भाई दोनों खेलते थे क्रिकेट
शमी के पिता और बड़े भाई क्रिकेट खेलते थे। दोनों ही तेज गेंदबाज थे। यहीं से गेंदबाजी के प्रति शमी का लगाव बढ़ा था।
शमी ने अपने स्कूल में बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग भी की है। हालांकि, तेज गेंदबाजी हमेशा से ही उनकी पहली प्राथमिकता रही है।
शमी के घर से स्टेडियम 30 किलोमीटर दूर था। वह बस से स्टेडियम जाते थे।
उत्तर प्रदेश से नहीं खेल पाए शमी
शमी का चयन जब उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में नहीं हुआ था तो वह ज्यादा निराश नहीं थे। उन्होंने दूसरे साल भी कोशिश की, लेकिन उनका चयन नहीं हुआ। यूपी छोड़ने का मन बनाने के बाद शमी ने कोच से बात की और उनके कोच ने त्रिपुरा में उनके खेलने का जुगाड़ बनाया। हालांकि, शमी त्रिपुरा के लिए भी नहीं खेल सके। तीन साल बर्बाद करने के बाद कोलकाता में उनके कोच ने एक क्लब में ट्रायल का जुगाड़ बनाया। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया।
पहले वनडे में किए थे चार मेडन ओवर
अपने पहले वनडे मैच में शमी ने चार मेडन ओवर किए। इसके बाद रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने कमाल किया। अपने पहले टेस्ट में नौ विकेट लिए और अब वह दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार हो चुके हैं।
शमी का करियर
शमी भारत के लिए अब तक 64 टेस्ट मैच में 229 विकेट हासिल कर चुके हैं। 101 वनडे मैच में उनके नाम 195 और 23 टी20 में 24 विकेट हैं। शमी आईपीएल में कई टीमों के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने 110 मैच खेले हैं। इस दौरान शमी ने 127 विकेट लिए हैं।