भारोत्तोलक संजीता का करियर खतरे में पड़ा 

Dharmender Singh Malik
2 Min Read

राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता भारोत्तोलक संजीता चानू पर डोप पांच में विफल रहने के लिए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है। संजीता को पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में गुजरात में राष्ट्रीय खेलों के दौरान हुए परीक्षण में एनाबॉलिक स्टेरॉयड-ड्रोस्तानोलोन मेटाबोलाइट के लिए पॉजिटिव पाया गया था। ड्रोस्तानोलोन मेटाबोलाइट को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की प्रतिबंधित सूची में शामिल किया गया है।

भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष सहदेव यादव ने भी कहा है कि संजीता को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हां, संजीता पर नाडा ने चार साल का प्रतिबंध लगाया है।’ यह संजीता के लिए करार झटका है क्योंकि अब राष्ट्रीय खेलों में जीता उनका रजत पदक वापस ले लिया जाएगा। गौरतलब है कि संजीता ने साल 2014 में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने साल 2018 में गोल्ड कोस्ट में 53 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण जीता था।

See also  क्या Viagra जैसी दवा के चलते हुई शेन वॉर्न की मौत? पुलिस अधिकारी ने किया चौंकाने वाला खुलासा

इस खिलाड़ी के पास अभी फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प शेष है हालांकि यह तय नहीं है कि वह ऐसा करेंगी या नहीं। संजीता ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि मैं नहीं जानती कि मैं अपील करूंगी या नहीं क्योंकि दोनों मामलों में मेरी हार होगी। उन्होंने कहा था, ‘अगर मैं अपील करती हूं तो मेरा नाम पाक साफ होने में समय लगेगा और मेरे पास ओलंपिक और एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई करने का मौका नहीं रहेगा। अगर मैं हार जाती हूं तो मुझे निलंबित कर दिया जाएगा।

See also  क्या Viagra जैसी दवा के चलते हुई शेन वॉर्न की मौत? पुलिस अधिकारी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement