नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक दल जहां जोर-शोर से जनसभाओं में जुटे हुए हैं, वहीं अपने अनूठे अंदाज में विरोधियों को निशाने पर लेने का सिलसिला भी जारी है। इस बार यह काम किया है भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने, जिन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) पर एक नया व्यंग्य गीत गाया है। इस गाने का नाम है ‘दिल्ली में का बा’, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और दिल्ली की राजनीति पर तगड़ा हमला कर रहा है।
‘दिल्ली में का बा’ गाने के जरिए केजरीवाल पर हमला
नेहा सिंह राठौर का यह गाना ‘दिल्ली में का बा’ एक तरह से अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के खिलाफ एक तीखा व्यंग्य है। गाने में उन्होंने केजरीवाल और उनकी पार्टी को कई मुद्दों पर घेरा है। उन्होंने गाने के माध्यम से यह सवाल उठाया है कि 2014 से लेकर 2024 तक लोकपाल बिल क्यों नहीं पास हुआ। इसके साथ ही, उन्होंने शीशमहल का भी जिक्र किया, जहां केजरीवाल के महंगे महल और आलीशान सुविधाओं का ज़िक्र करते हुए यह आरोप लगाया कि पहले जो नेता ‘आम आदमी’ बनने की बात करते थे, वह अब खुद ‘एलीट’ बन गए हैं।
गाने में नेहा ने यह भी कहा है कि ‘शीशमहल में करोड़ों के पर्दे और लाखों की टॉयलेट सीट’ हैं, जो दिल्ली सरकार की महंगी जीवनशैली पर निशाना साधते हैं। यह गाना दिल्ली के आम लोगों की स्थिति और सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता है।
यमुना नदी और पूर्वांचलियों के मुद्दे पर कटाक्ष
नेहा सिंह के गाने में सिर्फ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जीवनशैली पर ही सवाल नहीं उठाए गए हैं, बल्कि दिल्ली की यमुना नदी की बदहाल स्थिति पर भी कटाक्ष किया गया है। उन्होंने गाने में कहा कि ‘यमुना में गंदे नाले का कचरा जा रहा है और छठ मनाना दूभर हो गया है’, यह बयां करता है कि दिल्ली की राजधानी में पर्यावरण के मुद्दे पर सरकार का ध्यान नहीं है।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि ‘मफलर वाले के चलते यमुना इतनी बदहाल हुई है’, जो सीधा केजरीवाल के मफलर वाले इमेज पर तंज है। गाने में यह भी कहा गया है कि आम आदमी पार्टी ने पूर्वांचलियों से वोट लिया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद भी उनकी गली-मोहल्ले अब तक कच्चे और बदबूदार हैं। यह आरोप दिल्ली में हरियाली और विकास के वादे करने वाली सरकार की नाकामी को उजागर करता है।
दिल्ली सरकार के शराब और प्रदूषण नीति पर निशाना
नेहा सिंह राठौर ने गाने में दिल्ली सरकार की शराब नीति पर भी निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ‘पुलिस जुमले वाले की है और शासन शराब वाले का’। यह वाक्य दिल्ली सरकार द्वारा शराब की बिक्री पर लिए गए फैसलों को लेकर असंतोष को व्यक्त करता है। साथ ही, प्रदूषण के मुद्दे पर भी उन्होंने जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराया है और यह बताया है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कारण भी सरकार की नीतियां हैं।
सोशल मीडिया पर गाने की तेजी से हो रही है चर्चा
गाने के इस व्यंग्यात्मक अंदाज को सोशल मीडिया पर तेजी से फैलते हुए देखा जा रहा है। लोगों ने इस गाने पर तरह-तरह के रिएक्शन दिए हैं, और अब यह गाना दिल्ली चुनाव के पहले एक वायरल हिट बन चुका है। यह गाना न सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष कर रहा है, बल्कि आम आदमी पार्टी की कई नीतियों पर भी सवाल उठाता है।