जैथरा (एटा): विकासखंड जैथरा के गांव ललहट स्थित प्राथमिक विद्यालय में दलित समुदाय के बच्चों से सफाई का काम करवाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि विद्यालय प्रशासन ने दलित बच्चों को सफाई के लिए बाध्य किया, जिससे अभिभावकों और ग्रामीणों में गहरा रोष है।
क्या है पूरा मामला?
ग्रामीणों के अनुसार, ललहट के प्राथमिक विद्यालय में सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण दलित बच्चों को झाड़ू लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह घटना न केवल बच्चों के साथ भेदभाव को दर्शाती है, बल्कि उनके अधिकारों का उल्लंघन भी है। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों को पढ़ाई के बजाय सफाई के काम में लगाया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से अनुचित है।
अभिभावकों का विरोध
ग्रामीणों और बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में जातिगत भेदभाव की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। बच्चों को सिर्फ शिक्षा देने का कार्य होना चाहिए, न कि उन्हें कामकाजी स्थितियों में डाला जाए। अभिभावक इस घटना से काफी नाराज हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग का आश्वासन
मामला सामने आने के बाद, शिक्षा विभाग ने इस घटना की जांच का आश्वासन दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि यदि आरोप सही पाए गए तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इस प्रकार का भेदभावपूर्ण व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है और किसी भी सूरत में इसे सहन नहीं किया जाएगा।
शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर दलित बच्चों के साथ हो रहे भेदभाव और शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। अधिकारियों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।