आगरा। शहर में विद्युत विभाग द्वारा पुराने बकाएदारों के नाम पर नए कनेक्शनधारकों से वसूली की कार्यवाही के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि डीवीवीएनल और टोरेंट पावर ने बेकसूर उपभोक्ताओं का उत्पीड़न बंद नहीं किया तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
आज शहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने विद्युत उपभोक्ताओं के साथ हो रही “अंधेरगर्दी” पर ध्यान आकर्षित किया। पूर्व शहर अध्यक्ष राम टण्डन, पूर्व पार्षद शिरोमणि सिंह, भारत भूषण एडवोकेट, वरिष्ठ नेता ओम शर्मा और अन्य नेताओं ने इस मामले में गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि टोरेंट पावर और डीवीवीएनल द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर पुराने बकाएदारों के नाम पर नए कनेक्शनों को काटा जा रहा है, जिससे बेकसूर उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि पुराने कनेक्शनधारियों के बकाए को लेकर नए कनेक्शनधारकों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है। इन उपभोक्ताओं ने अपने परिसर में पहले से लगे पुराने कनेक्शन का उपयोग नहीं किया है और नए कनेक्शनधारक अब बिना किसी गलती के परेशान हो रहे हैं। नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कनेक्शन काटने वाली टीम में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं होता, जो उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुन सके।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पुराने उपभोक्ताओं के भवन अब टूटकर नए बिल्डिंग्स में बदल चुके हैं, और पुराने उपभोक्ताओं का कोई अता-पता नहीं है। ऐसे में पुराने बकायों के लिए नए कनेक्शनधारकों से वसूली करना बिल्कुल अनुचित है। उन्होंने यह भी बताया कि पुराने उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए शहर में दो वितरण खंड स्थापित थे, लेकिन पिछले 14 सालों में इन खंडों के अधिकारियों ने कोई भौतिक सत्यापन नहीं किया।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चौंकाने वाली जानकारी दी कि विद्युत विभाग द्वारा पुराने और नए बकाएदारों से बिल वसूलने के लिए जो नियमावली बनाई गई थी, उसका पालन नहीं किया गया। 1996 में राज्य विद्युत परिषद द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, जिन परिसरों पर पुराने बकाए हैं, वहां नए कनेक्शन दिए जाने की प्रक्रिया स्पष्ट की गई थी, लेकिन विद्युत विभाग ने इसे नजरअंदाज किया है।
कांग्रेस ने मांग की कि पहले विद्युत विभाग को उन कनेक्शनों का सत्यापन करना चाहिए जो पिछले 20 वर्षों से बंद पड़े हैं, और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पुराने उपभोक्ता अब भी मौजूद हैं या नहीं। इसके बाद, ऐसे कनेक्शनों को स्थाई रूप से विच्छेदित किया जाए और अवास्तविक बकायेदारी को समाप्त किया जाए। केवल उन उपभोक्ताओं से वसूली की जाए, जो वर्तमान में अपने परिसर में रहकर विद्युत का उपयोग कर रहे हैं और बिल नहीं जमा कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने विद्युत विभाग से अपील की है कि वह जल्द से जल्द इस मामले का समाधान करें, ताकि उपभोक्ताओं को राहत मिल सके और उनके खिलाफ की जा रही अवैध कार्यवाही को रोका जा सके।
इस प्रेस वार्ता में वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मी नारायण सिंह, अज़हर वारसी, अदनान कुरैशी, सलीम उस्मानी आदि भी मौजूद थे।