Agra News खेरागढ़। थाना सैंया क्षेत्र में एक दबंग दरोगा द्वारा पत्रकार उत्कर्ष गर्ग के साथ की गई गुंडागर्दी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पत्रकार ने मंगलवार को एसीपी सैंया देवेश सिंह से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी और दबंग दरोगा उदयवीर सिंह मावी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसीपी ने तहरीर पर जांच करने का आश्वासन दिया है।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, पत्रकार उत्कर्ष गर्ग जब सैंया क्षेत्र में एक दुर्घटना की कवरेज करने पहुंचे, तो वहां तैनात दरोगा उदयवीर सिंह मावी ने उन्हें रोकने की कोशिश की। न केवल उन्होंने पत्रकार को कवरेज करने से रोका, बल्कि गुस्से में आकर उनका गला दबाया, गालियां दीं और फर्जी मुकदमे की धमकी भी दी। इस घटना के बाद पत्रकार ने साथी पत्रकारों के साथ मिलकर एसीपी सैंया देवेश सिंह से मुलाकात की और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की तहरीर दी।
क्षेत्रवासियों और समाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद खेरागढ़ क्षेत्र के विभिन्न समाजिक संगठनों और प्रमुख व्यक्तियों ने पत्रकार के समर्थन में आवाज उठाई है। अपना घर सेवा समिति खेरागढ़ और अग्रवाल फाउंडेशन हेल्प सोसायटी बाड़ी सहित अन्य संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। क्षेत्र की जनता भी इस घटना को लेकर असंतुष्ट और भयभीत है, क्योंकि अगर पत्रकार को ही इस प्रकार की हिंसा का शिकार होना पड़ता है, तो आम जनता की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
पत्रकारों के साथ पुलिस की निंदनीय हरकत पर जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
- सांसद राजकुमार चाहर ने कहा, “यह घटना निंदनीय है और पत्रकारों के साथ पुलिस का ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। मैंने पुलिस आयुक्त से बात की है और उनसे उचित कार्रवाई की मांग की है।”
- विधायक भगवान सिंह कुशवाह ने कहा, “उपनिरीक्षक द्वारा पत्रकार उत्कर्ष गर्ग के साथ की गई घटना पूरी तरह से निंदनीय है। मैं अधिकारियों से बात कर कार्रवाई की मांग कर रहा हूं।”
- पूर्व विधायक महेश गोयल ने कहा, “पत्रकार उत्कर्ष गर्ग के साथ की गई गुंडागर्दी की मैं कड़ी निंदा करता हूं। पुलिस का ऐसा व्यवहार पत्रकारों के साथ अस्वीकार्य है और हम उच्चाधिकारियों से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करेंगे।”
- ब्लॉक प्रमुख अनिल सिकरवार ने कहा, “पत्रकार के साथ पुलिस का यह निंदनीय व्यवहार यह बताता है कि यदि पत्रकार असुरक्षित हैं तो आम जनता की स्थिति क्या होगी। हम उच्चाधिकारियों से मिलकर उचित कार्रवाई की मांग करेंगे।”
- चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू ने कहा, “पुलिसकर्मी, जो समाज की रक्षा करते हैं, उसी ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकार के साथ ऐसी हरकत की। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और उच्चाधिकारियों से मिलकर उक्त दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।”
सामाजिक दबाव और संभावित कार्रवाई
इस घटना ने क्षेत्र में बड़ा हलचल मचाई है और सोशल मीडिया पर भी इसकी व्यापक चर्चा हो रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर पुलिसकर्मी पत्रकारों को ही इस प्रकार से धमका सकते हैं, तो आम जनता की स्थिति क्या होगी? इसके साथ ही, जनप्रतिनिधियों के बढ़ते दबाव और समाजिक संगठनों की तगड़ी निंदा ने अधिकारियों को यह स्पष्ट संकेत दिया है कि इस मामले में जल्द और कड़ी कार्रवाई की जाए।