आगरा पुलिस और PETA इंडिया ने जब्त किए क्रूर काँटेदार लगामें, घोड़ों की शारीरिक पीड़ा के खिलाफ सख्त कार्रवाई

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आगरा पुलिस और PETA इंडिया ने जब्त किए क्रूर काँटेदार लगामें, घोड़ों की शारीरिक पीड़ा के खिलाफ सख्त कार्रवाई

आगरा:  आगरा में पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया और स्थानीय पुलिस ने मिलकर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। उन्होंने 170 से अधिक काँटेदार लगामों को जब्त किया है, जो घोड़ों को शारीरिक पीड़ा देने के लिए उपयोग किए जा रहे थे। यह काँटेदार लगामें आमतौर पर घोड़ों के मुंह में डाली जाती हैं, जिससे उनके होंठ और मांस कटते हैं, और वे गंभीर शारीरिक दर्द से गुजरते हैं।

PETA इंडिया और ब्रुक इंडिया की टीमों द्वारा की गई इस कार्रवाई में काँटेदार लगामों का इस्तेमाल घोड़ों को यातनाएं देने और उनके मुंह को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा रहा था। PETA इंडिया के अनुसार, इस तरह के क्रूर उपकरणों का उपयोग घोड़ों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, और यह “पशु क्रूरता निवारण – अधिनियम 1965” का उल्लंघन करता है।

घोड़ों के शोषण के खिलाफ कार्रवाई

इस अभियान के तहत, पुलिस ने आगरा के विभिन्न इलाकों जैसे ताज ईस्ट गेट, ताज वेस्ट गेट, ओम नगर, चंदनगर, कावली, और बयाली क्षेत्र में काँटेदार लगामों का इस्तेमाल करने वाले घोड़ों का पता लगाया। इन काँटेदार लगामों का उपयोग खासतौर पर शादियों में घोड़ों की सवारी के लिए किया जा रहा था, जिसमें घोड़े की पीड़ा और शारीरिक क्षति हो रही थी।

PETA इंडिया के एलीवेटर तुषार कॉल ने कहा, “काँटेदार लगामों का इस्तेमाल घोड़ों को मानसिक और शारीरिक पीड़ा पहुंचाने के लिए किया जाता है। घोड़ों के मुंह में इन लगामों के कारण घोड़े के होंठ और गालों पर घाव हो जाते हैं, जिससे उन्हें अत्यधिक दर्द होता है। PETA इंडिया और ब्रुक इंडिया ने मिलकर इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कठोर कदम उठाए हैं।”

PETA इंडिया की जन जागरूकता मुहिम

PETA इंडिया ने इस अभियान के माध्यम से पूरे देश में अवैध और क्रूर उपकरणों का उपयोग करने के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाई है। PETA ने यह भी अपील की है कि लोग शादियों और अन्य आयोजनों में घोड़ों का इस्तेमाल बंद करें और इसके स्थान पर पर्यावरण और जानवरों के लिए सुरक्षित और संवेदनशील विकल्पों का चयन करें, जैसे कि मोटरकारें या पैदल यात्रा।

इसके अलावा, PETA इंडिया की मुहिम के कारण कई उच्च-profile शादियों में घोड़ों के स्थान पर अन्य विकल्पों का चुनाव किया गया है, जैसे कि आलिया भट्ट और रणबीर कपूर, शाहिद कपूर और मीरा राजपूत, विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसी सेलिब्रिटी शादियों में घोड़ों का इस्तेमाल नहीं किया गया।

PETA इंडिया का संदेश

PETA इंडिया का यह मानना है कि “जानवर हमारे मनोरंजन के लिए नहीं हैं”, और उनका शोषण किसी भी रूप में नहीं किया जाना चाहिए। PETA इस दिशा में विश्वास रखता है कि इंसान को अपनी ज़रूरतों के अनुसार अन्य जीवों का शोषण नहीं करना चाहिए।

PETA इंडिया का अभियान न केवल अवैध उपकरणों का उपयोग रोकने के लिए है, बल्कि यह समाज को यह संदेश देने के लिए भी है कि हम सभी को जानवरों के प्रति सहानुभूति और सम्मान दिखाना चाहिए।

इस कदम से आगरा में जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है और PETA इंडिया की मुहिम को मजबूती मिली है। पुलिस और PETA के इस संयुक्त प्रयास ने शारीरिक शोषण के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया है।

 

 

 

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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