आगरा: आगरा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने हाल ही में एक अस्पताल मैनेजर के घर से लाखों रुपये की चोरी की घटना को अंजाम दिया था। यह गिरफ्तारी एक मुठभेड़ के दौरान की गई, जिसमें पुलिस की गोली से इटावा का हिस्ट्रीशीटर घायल हो गया। उसके दो अन्य साथी भी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनके पास से बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण, नगदी और एक तमंचा बरामद किया गया है।
मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर घायल
डीसीपी शहर सूरज कुमार राय ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार देर रात पुलिस को तीन बदमाशों के बारे में सूचना मिली थी। इस सूचना के बाद एसीपी छत्ता, हेमंत कुमार ने खुद मोर्चा संभाला और दो अलग-अलग पुलिस टीमों को तैयार किया। पुलिस ने सूचना के आधार पर तीनों बदमाशों की घेराबंदी कर ली।
जैसे ही बदमाशों को पुलिस ने घेर लिया, इटावा का हिस्ट्रीशीटर अभिषेक पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे गोली मारी, जो सीधे उसके पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसके साथ के दो अन्य बदमाश रजत और अंशु ठाकुर को भी पुलिस ने मौके पर पकड़ लिया।
गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस को 3 लाख रुपये नगद, सोने-चांदी के आभूषण और एक तमंचा मय कारतूस बरामद हुए हैं। घायल बदमाश अभिषेक पर पहले से लूट, गैंगस्टर समेत 10 मुकदमे दर्ज हैं। तीनों आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
चोरी की घटना का खुलासा
यह घटना थाना एत्माउद्दौला क्षेत्र के ट्रांसयमुना कॉलोनी फेस 1 की है, जहाँ सुबोध सुदान नामक व्यक्ति नेमिनाथ होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज में मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं। 12 जनवरी को सुबोध दिल्ली अपने साले के घर लोहड़ी के कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। एक दिन पहले ही उनकी पत्नी दिल्ली रवाना हो चुकी थी।
रविवार को सुबोध ने सुबह 7:30 बजे अपने घर के सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग देखी। इस दौरान उनकी नजर सीढ़ियों पर रखे एक बैग पर पड़ी, जो उनके कमरे में रखे कंबल का था। शक होने पर उन्होंने अपने पड़ोसियों बिट्टू और टीटू को घर देखने के लिए फोन किया। जब वे लोग घर पहुंचे, तो पाया कि घर का सामान बिखरा हुआ था और कुछ चीजें गायब थीं।
दोपहर को सुबोध दिल्ली से वापस लौटे और उन्होंने चोरी की सूचना डायल 112 पर दी। सुबोध ने बताया कि बदमाश उनके घर की अलमारी में रखी 3 लाख रुपये की नगदी, 400 ग्राम सोने-चांदी के आभूषण और 10 किलो सूखे मेवे चोरी कर ले गए थे।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
पुलिस ने सुबोध की शिकायत के बाद तत्परता से कार्यवाही शुरू की और चोरी में शामिल बदमाशों को पकड़ने के लिए जांच तेज कर दी थी। पुलिस की कड़ी मेहनत और सूझबूझ ने आखिरकार इस मामले को हल कर दिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी सूरज कुमार राय ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को पकड़ लिया और उनके पास से चोरी किए गए सामानों को बरामद किया। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है और आरोपियों से अन्य अपराधों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।
अधिकारी का बयान और समाज में सुरक्षा का संदेश
डीसीपी ने यह भी कहा कि इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी ने यह सिद्ध कर दिया है कि आगरा पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि अपराधियों पर काबू पाया जा सके।