आगरा: रविवार की सुबह यमुना नदी के बीचों बीच एक युवक फंसा हुआ दिखाई दिया, जो मदद के लिए चिल्ला रहा था। यह युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था और स्थानीय लोगों ने जब उसे देखा, तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुँची थाना एत्माउद्दौला पुलिस ने गोताखोरों की मदद से युवक को नदी से सकुशल बाहर निकाल लिया। युवक का नाम किशनलाल है और वह मानसिक विक्षिप्त होने के कारण अपनी स्थिति को सही से समझने में असमर्थ था।
घटना का विवरण
सूचना के मुताबिक, रविवार सुबह 10 बजे थाना एत्माउद्दौला पुलिस को यह खबर मिली कि यमुना पुल के नीचे नदी के बीचों बीच एक युवक फंसा हुआ है और मदद की गुहार लगा रहा है। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि युवक नदी के बीच स्थित एक टीले पर खड़ा हुआ था। युवक चिल्ला रहा था, लेकिन वह अपनी स्थिति के बारे में ठीक से जानकारी नहीं दे पा रहा था।
गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू
स्थानीय पुलिस ने तुरंत गोताखोरों की टीम को बुलाया। गोताखोरों ने नदी में तैरकर युवक तक पहुंचने की कोशिश की। ठंड में काम करना काफी मुश्किल था, लेकिन गोताखोरों ने रबर के ट्यूब का इस्तेमाल करते हुए युवक को सकुशल बाहर निकाल लिया। युवक की उम्र लगभग 22 वर्ष थी, और उसने अपना नाम किशनलाल पुत्र राजनलाल, निवासी ग्राम बिरजापुर, हैदरगढ़, जनपद बाराबंकी बताया।
युवक की मानसिक स्थिति और परिजनों से संपर्क
युवक ने बताया कि वह चलकर नदी के बीचों बीच पहुंचा था, लेकिन यह कैसे हुआ, इस बारे में उसे पूरी जानकारी नहीं थी। जब पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया, तो युवक के बड़े भाई, देशराज ने बताया कि किशनलाल मानसिक रूप से विक्षिप्त है। देशराज ने यह भी बताया कि किशनलाल अहमदाबाद से बस द्वारा बाराबंकी अपने घर लौट रहा था और रास्ते में उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई, जिसके कारण वह यमुना नदी में फंस गया।
ठंड से बचाव और देखभाल
गोताखोरों द्वारा सकुशल निकाले जाने के बाद, पुलिस ने युवक को तुरंत गर्म कपड़े पहनने के लिए दिए और उसे चाय पिलाई, क्योंकि ठंड के कारण उसकी स्थिति काफी खराब हो गई थी। पुलिस ने उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसकी देखभाल की। उसके बड़े भाई को सूचित किया गया है और सोमवार तक वह युवक को लेने आगरा आएगा।