वर्चस्व की लड़ाई में रेकी के बाद हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई से जीजा-साले का साम्राज्य हुआ समाप्त
जीजा और साले के साम्राज्य पर कब्जा करने को तैयार फरह के राशन माफिया, फैला रहे अपना तंत्र
आगरा(मथुरा)। राशन के चावल की कालाबाजारी में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए मनीष अग्रवाल और उससे पहले गिरफ्तार हुए उनके साले सुमित अग्रवाल पर पुलिस प्रशासन द्वारा कानूनी शिकंजा कसने के बाद उनके जेल से बाहर आने के आसार कम हैं। सुमित अग्रवाल के जेल जाने के बावजूद मनीष अग्रवाल ने अवैध कारोबार की कमान संभाल रखी थी। पुलिस की कार्रवाई के बाद इनका नेटवर्क ध्वस्त होता दिख रहा है।
सूत्रों के अनुसार, राशन के अवैध कारोबार में सुमित अग्रवाल के साथ मनीष अग्रवाल भी अपने एजेंटों के माध्यम से संलिप्त थे। दूसरी तरफ, फरह क्षेत्र के राशन माफिया लक्ष्मण, विक्की और कपिल भी अपना नेटवर्क संचालित कर रहे थे। जिन स्थानों से मनीष और सुमित माल का उठान करते थे, उन्हीं स्थानों से कपिल और लक्ष्मण भी माल उठाने का प्रयास कर रहे थे। सुमित ने कागरौल से लेकर अकोला, मलपुरा, खेरागढ़, बसई, जगनेर, तांतपुर, रूपवास आदि क्षेत्रों पर कब्जा कर रखा था। वहीं, मनीष किरावली क्षेत्र में अवैध कारोबार संचालित कर रहा था।
सुमित और मनीष के बढ़ते दबदबे से घबराकर लक्ष्मण ने अपने भाई के साथ मिलकर इनके नेटवर्क को ध्वस्त करने की योजना बनाई। रेकी करवाकर इनके ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई शुरू करवा दी गई। हालांकि, सुमित और मनीष भी कम नहीं थे। हर बार जेल से छूटने के बाद उनका अवैध कारोबार फिर से शुरू हो जाता था।
गांव की गलियों से लेकर कस्बों में गल्ले की दुकानों पर हो रही अवैध खरीद-फरोख्त
सूत्रों के अनुसार, सुमित और मनीष ने ग्रामीण क्षेत्रों में “फेरी सिस्टम” शुरू किया था। उन्होंने अपने एजेंटों को मोपेड बाइक उपलब्ध कराई थी, जिससे वे गांव-गांव जाकर घर-घर से राशन के चावल खरीदकर सुमित और मनीष को पहुंचाते थे।
फरह क्षेत्र में माफियाओं के साथ चौथा खड़ा ढाल बनकर
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि लक्ष्मण, कपिल और विक्की के गोरखधंधे में एक चौथा व्यक्ति, जो खुद को मीडिया कर्मी बताता है, भी शामिल है। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति राशन की कालाबाजारी के तंत्र पर होने वाली कानूनी कार्रवाई को रोकने में ढाल बनकर अधिकारियों से सांठगांठ करता है। अछनेरा और किरावली क्षेत्र से राशन के चावल खरीदने के बाद इन्हें फरह क्षेत्र में पहुंचाया जा रहा है। अब फरह के राशन माफियाओं के एजेंट अछनेरा और किरावली क्षेत्र में मोपेड बाइक के जरिए गांव-गांव जाकर सरकारी राशन की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं।
किरावली थाना क्षेत्र में हाइवे पर बड़े पैमाने पर हो रही अवैध खरीद-फरोख्त
अनौपचारिक सूत्रों के मुताबिक, थाना किरावली क्षेत्र के मिढ़ाकुर गांव से आगे सराय क्षेत्र में हाइवे पर एक परचून विक्रेता के माध्यम से लक्ष्मण और कपिल के कथित संरक्षण में राशन के चावल की बड़े पैमाने पर अवैध खरीद-फरोख्त हो रही है।