अहोई अष्टमीः संतान सुख की आस में आधी रात को ब्रज के इस कुंड में डुबकी लगाते हैं दंपति, राधा कुंड में स्नान करने से होती है संतान की प्राप्ति

Dharmender Singh Malik
2 Min Read
राधा कुंड में स्नान करने से होती है संतान की प्राप्ति

गोवर्धन: ब्रज में स्थित राधा कुंड और श्याम कुंड की महिमा सदियों से अनूठी रही है। मान्यता है कि अहोई अष्टमी के दिन इन कुंडों में स्नान करने से निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता के चलते हर साल कार्तिक मास की अष्टमी को हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।

राधा कुंड का महत्व

राधा कुंड और श्याम कुंड का प्राकट्य दिवस अहोई अष्टमी ही माना जाता है। मान्यता है कि गोवर्धन लीला के दौरान श्रीकृष्ण ने गोवध का पाप धोने के लिए श्याम कुंड खोदा था और राधा जी ने अपने कंगन से राधा कुंड खोदा था। दोनों ने मिलकर इस कुंड में स्नान किया था।

See also  Agra: पतसाल में विकसित भारत संकल्प यात्रा का समापन

संतान प्राप्ति का वरदान

राधा जी ने श्रीकृष्ण से वरदान मांगा था कि जो भी इस तिथि में राधा कुंड में स्नान करेगा उसे संतान की प्राप्ति होगी। तभी से अहोई अष्टमी के दिन राधा कुंड में स्नान का विशेष महत्व है।

अहोई अष्टमी का महत्व

कार्तिक मास को बहुत ही पवित्र मास माना जाता है। इस मास में पड़ने वाले व्रत और त्यौहारों का व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। अहोई अष्टमी का व्रत भी इनमें से एक है। माताएं अपने संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत रखती हैं।

राधा कुंड में मेला

24 अक्टूबर को राधा कुंड में अहोई अष्टमी का मेला लगा। मध्यरात्रि 12 बजे से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने राधा कुंड में डुबकी लगाई और मां अहोई की पूजा की।

See also  डीएम ने की मनरेगा कन्वर्जेंस के प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा

आस्था का केंद्र

राधा कुंड अब केवल एक कुंड नहीं रहा है, बल्कि यह आस्था का एक बड़ा केंद्र बन गया है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।

 

See also  Agra News : ADA को लगा रही चूना मोबाइल टावर कंपनियां, मोबाइल टावर रिनुअल फीस से हो सकती है एडीए की करोड़ों रुपये की कमाई
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment

Leave a Reply

error: AGRABHARAT.COM Copywrite Content.