एटा। जिले में बाजरा खरीद में हुए घोटाले के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। विपणन विभाग के एक बाबू राहुल राणा को बाजरा खरीद में गड़बड़ी के आरोप में दो क्रय केंद्रों के प्रभारी पद से हटा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, राहुल राणा पर आरोप है कि उन्होंने बाजरा खरीद में व्यापारियों से मिलकर किसानों को ठगा है। उन्होंने फर्जी किसानों के नाम पर बाजरा की खरीद कराई है। इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।
जांच में सामने आया है कि राहुल राणा को जानबूझकर दो क्रय केंद्रों का प्रभारी बनाया गया था ताकि वह बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर सके। इस मामले में विभागीय अफसरों की भी संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।
क्या है मामला?
जिले में बाजरा खरीद के लिए 40 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से अलीगंज और जैथरा के क्रय केंद्रों का प्रभारी राहुल राणा को बनाया गया था। पिछले साल भी राहुल राणा अलीगंज क्रय केंद्र का प्रभारी था और उस समय भी बाजरा खरीद में गड़बड़ी के आरोप लगे थे।
जांच में देरी क्यों?
जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच अप्रैल माह में शुरू करवाई थी लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक दबाव के कारण जांच को रोकने की कोशिश की जा रही है।
क्या कार्रवाई हुई?
जिलाधिकारी के आदेश पर राहुल राणा को दोनों क्रय केंद्रों के प्रभारी पद से हटा दिया गया है। अब इन केंद्रों का प्रभारी मारहरा में तैनात विपणन निरीक्षक हरनेश कुमार को बनाया गया है।