भोपाल/इंदौर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के भोपाल से एक बेहद शर्मनाक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक बहू को शादी की पहली रात के बाद सफेद चादर पर खून न दिखने के कारण ससुराल वालों द्वारा पाँच सालों तक प्रताड़ित किया गया. इंदौर की रहने वाली पीड़िता ने आखिरकार इंदौर जिला कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद कोर्ट ने पति समेत ससुराल वालों पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
मामला क्या है?
इंदौर की एक विवाहित महिला ने कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उसने बताया कि शादी के बाद से ही उसकी सास ने उसकी वर्जिनिटी पर सवाल उठाए थे, क्योंकि सुहागरात की चादर पर खून का कोई निशान नहीं था. पीड़िता के अनुसार, उसे पहली बार गर्भावस्था के दौरान इतना प्रताड़ित किया गया कि उसका गर्भपात हो गया. ससुराल में छोटी-छोटी बातों पर उसकी पिटाई की जाती थी. लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के चलते दूसरी बार भी उसके गर्भ में पल रही बेटी की मृत्यु हो गई.
बेटी होने पर मायके भेजा
इतने अत्याचारों के बाद भी ससुराल वालों और पति का उत्पीड़न नहीं रुका. वे कहने लगे कि मृत बच्ची का डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें शक था कि वह उनकी नहीं है. जब महिला ने तीसरी बार एक बच्ची को जन्म दिया, तब भी ससुराल वालों ने उसे ताने मारे कि उसने वंश चलाने वाला बेटा पैदा नहीं किया. रोज के तानों से तंग आकर आखिरकार 4 अप्रैल 2024 को उसे उसके देवर के साथ मायके भेज दिया गया. देवर ने उसे इंदौर के बाणगंगा में सुबह 4 बजे अकेला छोड़ दिया और खुद भोपाल वापस लौट गया.
नाली में घसीटा, गन्ने से पिटाई
पीड़िता ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि एक बार होली के रंग लगाने को लेकर हुई मारपीट में उसे नाली में घसीटा गया. देवउठनी ग्यारस के दिन भी उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. उसे गन्ने से इतना पीटा गया कि एक के बाद एक चार गन्ने टूट गए.
2019 में हुई थी शादी
पीड़िता के वकील ने बताया कि उसकी शादी 2019 में भोपाल के एक युवक से हुई थी. शादी के दूसरे दिन से ही उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया गया था और 2 लाख रुपए दहेज की भी मांग की गई थी.
आरोपियों पर मामला दर्ज
इंदौर जिला कोर्ट ने पीड़िता की याचिका पर महिला एवं बाल विकास विभाग से जांच रिपोर्ट मांगी थी. अब कोर्ट के आदेश पर पति, ससुर, सास और देवर के खिलाफ घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम की धारा 12 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. शहर के बाणगंगा थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.