बसपा पार्षदों ने उठाया गंभीर मुद्दा
बसपा पार्षदों ने शहर के अंडरग्राउंड और खुले नालों की खराब स्थिति को लेकर विरोध जताया। उनका कहना था कि शहर में कई जगहों पर नाले क्षतिग्रस्त पड़े हुए हैं और उनका मरम्मत नहीं किया जा रहा है। इस कारण भारी बारिश के दौरान शहर जलमग्न हो जाता है, जिससे आम जनता और पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बसपा पार्षदों का आरोप था कि इस वर्ष की बारिश में करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन जल निकासी की समस्या जस की तस बनी रही। नतीजतन, आगरा शहर की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ा है। इस पूरे मामले को लेकर पार्षदों ने नगर आयुक्त से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
नगर आयुक्त ने दिया समाधान का आश्वासन
ज्ञापन सौंपने के दौरान नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने पार्षदों की समस्याओं को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर जल्दी ही कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नगर निगम इस समस्या का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है और जल निकासी की व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने पार्षदों को भरोसा दिलाया कि इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि शहर में जलभराव की समस्या को दूर किया जा सके।
आंदोलन की चेतावनी
यदि नगर निगम द्वारा शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती है, तो बसपा पार्षदों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना था कि यह मामला केवल नगर निगम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर की छवि और नागरिकों की भलाई से जुड़ा हुआ है। अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए, तो बसपा इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होगी।
यह ज्ञापन आगरा शहर की जल निकासी व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को स्पष्ट करता है। बसपा पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि शहर में जलभराव और नालों की खराब स्थिति को ठीक किया जा सके। इस मुद्दे पर अब नगर आयुक्त को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि शहरवासियों को राहत मिल सके और आने वाले समय में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।