आगरा। ताजमहल को तेजोमहालय शिव मंदिर के रूप में पुनः स्थापित करने के लिए योगी यूथ ब्रिगेड ने एक बड़ा हस्ताक्षर अभियान चलाया। यह अभियान प्रदेश अध्यक्ष और पक्षकार कुंवर अजय तोमर के नेतृत्व में 23 जनवरी 2025 को आगरा के सेक्टर 5, हरिश्चंद्र मार्ग स्थित राधा प्रसाद नगर में आयोजित किया गया। इस अभियान में चतु: संप्रदाय विरक्त वैष्णव परिषद् के महंत मोहिनी बिहारी शरण महाराज भी उपस्थित रहे।
हस्ताक्षर अभियान में श्रद्धालुओं ने लिया उत्साह से भाग
हस्ताक्षर अभियान में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। 20,000 से अधिक लोगों ने ताजमहल को तेजोमहालय शिव मंदिर के रूप में मुक्ति देने की मांग के समर्थन में हस्ताक्षर किए। इस अभियान को विभिन्न अखाड़ों के संत महामंडलेश्वर और महंतों का भी समर्थन प्राप्त हुआ। इनमें पंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज, गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत तथा श्री श्री 1008 अयोध्या तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य महाराज शामिल थे।
इसके अलावा, पंच निर्वाणी अखाड़ा के श्री हरिदास पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी राधा प्रसाद देव जू महाराज ने भी इस मुक्ति अभियान को समर्थन दिया।
कुंवर अजय तोमर का बयान
कुंवर अजय तोमर ने इस अवसर पर कहा कि महाकुंभ से इस हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत हुई है, और यह अभियान पूरे प्रदेश में फैलेगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान 6 मार्च 2025 को होने वाली अगली सुनवाई तक जारी रहेगा।
ताजमहल का इतिहास और कुंवर अजय तोमर का दावा
कुंवर अजय तोमर ने इस अभियान की शुरुआत करते हुए दावा किया कि ताजमहल का निर्माण सन 1155 से 1212 के बीच राजा परमार्दिदेव ने किया था। इसके बाद, राजा मानसिंह और उनके पोते राजा जयसिंह ने इसे अपना महल बनाया, और शाहजहां ने अपने शासनकाल में इसे हड़प लिया। उन्होंने यह भी कहा कि ताजमहल में मुमताज की कोई असली क़ब्र नहीं है, क्योंकि मुमताज का निधन मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में हुआ था, और उन्हें ताप्ती नदी के किनारे दफनाया गया था।
कुंवर अजय तोमर ने 23 जुलाई 2024 को आगरा न्यायालय में ताजमहल को तेजोमहालय शिव मंदिर के रूप में घोषित करने के लिए वाद दाखिल किया था, जिसमें सुनवाई लगातार जारी है। आगामी सुनवाई 6 मार्च 2025 को होगी।
इस अभियान से जुड़ी अन्य जानकारी एवं आगामी गतिविधियों के लिए योगी यूथ ब्रिगेड और उनके समर्थकों का उत्साह बना हुआ है, जो पूरी तरह से ताजमहल के तेजोमहालय मुक्ति के लिए प्रतिबद्ध हैं।