पटना। चुनाव की राजनीति के विशेषज्ञ माने जाने वाले प्रशांत किशोर का दावा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार अब भी बीजेपी के संपर्क में हैं और स्थिति की मांग हुई तो वह फिर से भाजपा के साथ गठजोड़ कर सकते हैं। जदयू ने प्रशांत की इस टिप्पणी को खारिज करते हुए इसे भ्रामक बताया है। पार्टी ने कहा कि इसका मकसद भ्रम फैलाना है। किशोर इन दिनों बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जदयू सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के जरिये बीजेपी से संवाद के लिए एक रास्ता खुला रखा है। हालांकि, इस संबंध में हरिवंश ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उनकी पार्टी ने इस दावे को खारिज करते हुए जोर दिया कि कुमार फिर कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे।
किशोर ने कहा, जो लोग यह सोच रहे हैं कि नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, वे यह जानकर चकित रहे जाएंगे कि उन्होंने बीजेपी का रास्ता खुला रखा है। वह अपनी पार्टी के सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के जरिये बीजेपी के संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि हरिवंश को इस कारण से अपने पद से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया है, जबकि जदयू बीजेपी से अलग हो गई है। उन्होंने कहा, लोगों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि जब भी ऐसी कोई परिस्थिति आती है, तो वह बीजेपी की ओर वापस जा सकते हैं और उसके साथ काम कर सकते हैं।
जदयू ने किशोर की खिंचाई करते हुए पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि कुमार ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि वह अपने जीवन में फिर कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे। त्यागी ने कहा, हम उनके दावे का खंडन करते हैं। कुमार 50 साल से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में हैं, जबकि किशोर 6 महीने से हैं। किशोर ने भ्रम फैलाने के लिए इस प्रकार की भ्रामक टिप्पणी की है।