भाकृअनुप – केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में बकरी नस्ल सुधार के लिए नवोत्थान प्रजनन तकनीकियों पर 5 फरवरी से चल रहा दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 14 राज्यों से 23 वैज्ञानिकों, प्रोफेसरों और विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और माँ शारदे वन्दना से हुआ। संस्थान के कार्यवाहक निदेशक डॉ. एम. के. सिंह ने कृत्रिम गर्भाधान एवं भ्रूण प्रत्यार्पण तकनीक द्वारा नस्ल सुधार पर चर्चा की। डॉ. मुकेश भकत, विभागाध्यक्ष, पशु दैहिकी एवं जनन विभाग ने प्रशिक्षिणार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. रवि रंजन ने बताया कि 7 व्याख्यान देश के विभिन्न प्रशिक्षित वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए।
प्रशिक्षण का लाभ:
प्रशिक्षिणार्थियों ने पाठ्यक्रम को बेहद लाभकारी बताया। उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान, भ्रूण प्रत्यार्पण, और अन्य नवीनतम प्रजनन तकनीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। यह ज्ञान उन्हें बकरी नस्ल सुधार के लिए बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रवि रंजन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. रवीन्द्र कुमार, मनीष कुमार, प्रवीण कुमार, निकिता मित्तल एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।