बृज खंडेलवाल
आगरा। शहर में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण और सड़क सुरक्षा के मुद्दे को लेकर आगरा के निवासियों ने आवाज उठाई है। खासकर आवासीय क्षेत्रों में भारी वाहनों द्वारा प्रेशर हॉर्न के अत्यधिक और अव्यावसायिक उपयोग के कारण नागरिकों के जीवन में असुविधा बढ़ रही है। इस मामले पर आगरा के निवासियों ने पुलिस आयुक्त से त्वरित कार्रवाई की अपील की है, ताकि शहर में शांति बनाए रखी जा सके और सड़क सुरक्षा में सुधार हो सके।
ध्वनि प्रदूषण का बढ़ता प्रभाव
आगरा के निवासी लंबे समय से यह महसूस कर रहे हैं कि यमुना किनारा रोड, बाईपास रोड और अन्य व्यस्त सड़कों पर चल रहे भारी वाहनों के प्रेशर हॉर्न से शहर में शोर का स्तर बहुत बढ़ गया है। यह न केवल लोगों की मानसिक शांति को बाधित कर रहा है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य के अनुसार, ध्वनि प्रदूषण विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और अन्य संवेदनशील व्यक्तियों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ता खतरा
प्रेशर हॉर्न के अत्यधिक उपयोग को आगरा में सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक माना जा रहा है। कानफोड़ू हॉर्न ड्राइवरों का ध्यान भटकाते हैं और सड़क पर अराजकता पैदा करते हैं, जिससे यातायात जाम और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है। इन घटनाओं को देखते हुए नागरिकों ने आगरा पुलिस से आग्रह किया है कि वे इस पर सख्त कार्रवाई करें और भारी वाहनों पर प्रेशर हॉर्न के उपयोग पर प्रतिबंध लगाए।
आवासीय क्षेत्रों में प्रेशर हॉर्न पर प्रतिबंध की मांग
निवासियों ने मांग की है कि आवासीय क्षेत्रों, स्कूल क्षेत्रों और अस्पतालों जैसे संवेदनशील स्थानों पर प्रेशर हॉर्न के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए। लोक स्वर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा, “हमें उम्मीद है कि पुलिस विभाग ऐसे स्थानों पर कड़ी निगरानी रखेगा और इस नियम का पालन कराएगा।” इसके अलावा, नागरिकों ने यह भी सुझाव दिया है कि ट्रैफिक पुलिस के द्वारा नियमित गश्त, चेकपॉइंट्स और जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए ताकि ड्राइवरों को ध्वनि प्रदूषण के खतरों के बारे में बताया जा सके और वे जिम्मेदारी से ड्राइविंग करें।
पुलिस आयुक्त से अपील
वर्तमान में, आगरा पुलिस ट्रैफिक पखवाड़ा मना रही है, और पुलिसकर्मियों को प्रेशर हॉर्न के लिए भारी वाहनों की जाँच करने की जरूरत है। आगरा के निवासियों ने पुलिस आयुक्त से अपील की है कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता दें और शहर की सड़कों को प्रदूषण और अराजकता से मुक्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। वाहन चालकों को यह भी बताया जाना चाहिए कि वे पैदल चलने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और ज़ेबरा क्रॉसिंग के पास धीमी गति से वाहन चलाएं।
आगे की दिशा: शांत, सुरक्षित और सामंजस्यपूर्ण आगरा
आगरा में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण और सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सुलझाने के लिए नागरिकों, पुलिस और प्रशासन के बीच सहयोग की आवश्यकता है। सभी को मिलकर एक शांत, सुरक्षित और सामंजस्यपूर्ण शहर की दिशा में काम करना होगा। जब तक सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक आगरा के निवासियों को भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाते रहना होगा।