गोरखपुर। बिजली विभाग में चल रही अनैतिक प्रथा को बदलने की पहल को बेहद गंभीरता से देखा जा रहा है। बैंक द्वारा नए कनेक्शन को जोड़ने की अनुरोध में रिश्वत मांगने पर, बिजली कर्मियों ने बैंक का कनेक्शन काट दिया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, जिले के अधिशासी अभियंता, एसडीओ और अवर अभियंता को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, तीन लाइनमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इस मामले का आरंभ मोहद्दीपुर में स्थित नई खुली आईसीआईआई बैंक की शाखा से हुआ था, जिसने 15 किलोवाट के बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। बाद में हुई जांच के बाद, इलाके के एसडीओ और जेई ने अपनी रिपोर्ट जमा की, जिसमें घूसखोरी के आरोप थे। जब ताक़त मिली, तो कनेक्शन फीस के तौर पर जमा की गई राशि के साथ, बैंक के वित्तीय शाखा के कुछ ज़िम्मेदार लोगों ने बिजली कर्मियों से रिश्वत मांगने का प्रयास किया।
वेंडर कबीर खान ने बताया है कि रिश्वत मांगने के बावजूद कनेक्शन जोड़ने में देरी हो रही थी। इसके बाद, जब विद्युत विभाग के कर्मचारी विवाद को सुलझाने के लिए आए, तो उन्होंने रिश्वत की मांग की, जिसे बिजली कर्मियों ने नकार दिया। विद्युत विभाग के कर्मचारी ने फिर बैंक के वेंडर से मीटर लगाने के लिए संपर्क किया, लेकिन इस बार वेंडर ने सीधे परीक्षण खंड के पास जाकर मीटर लगाने की बात की।
परीक्षण खंड के निजी कर्मचारी ने 14 सितंबर को बैंक शाखा में मीटर लगाने के लिए कनेक्शन फीस मीटर फीस और अन्य दस्तावेजों की मांग की। मीटर की टेस्टिंग करवाने के बाद, वेंडर ने मीटर को परिसर में ही टांग दिया। इसके बाद बिजली विभाग के लाइनमैन ने बिजली के खंबे से जुड़कर सुविधा शुल्क की मांग की, जिसमें वह कमीशन भी मांगते थे। जब उन्हें मांगी गई सुविधा शुल्क नहीं मिली, तो वे बिजली कनेक्शन को काट दिया। इस मामले को सोशल मीडिया पर वायरल होते ही, बिजली विभाग में खलबली मच गई।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक ने मोहद्दीपुर उपकेंद्र के एक्सईएन, एसडीओ और जेई को निलंबित कर दिया है। तीनों लाईनमैन रामानंद, बालकृष्ण और वेद प्रकाश पांडे के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।