उ.प्र. माध्यमिक शिक्षक संघ के 57वें राज्य स्तरीय सम्मेलन का रक्षा मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ

Rajesh kumar
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उ.प्र. माध्यमिक शिक्षक संघ के 57वें राज्य स्तरीय सम्मेलन का रक्षा मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ

आगरा: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का 57वां राज्य स्तरीय सम्मेलन मंगलवार को आगरा के मुफीद ए आम इंटर कॉलेज प्रांगण में आयोजित किया गया। इस भव्य सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर दोनों अति विशिष्ट अतिथियों के साथ हजारों शिक्षक भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत

कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों के समूह ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, जिससे माहौल आध्यात्मिक और प्रेरणादायक हो गया। मुफीद ए आम इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित इस सम्मेलन में आए हुए शिक्षकों का जोरदार स्वागत किया गया।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने किया शिक्षकों को संबोधित

केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि वह ऐतिहासिक शहर आगरा में आए हैं, जो सुलहकुल और कृष्ण की लीला भूमि के रूप में प्रसिद्ध है। उन्होंने राजनाथ सिंह द्वारा पंचम वेतन आयोग को लागू करने की सराहना की, जिससे माध्यमिक शिक्षकों को अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह वेतन प्राप्त हुआ। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि शिक्षकों को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिला, जिससे समाज में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा मिला।

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प्रो. बघेल ने नकल विरोधी अध्यादेश लागू करने के कदम को ‘शिक्षा का स्वर्ण युग’ बताया और इसके सामाजिक परिणामों की सराहना की। हालांकि, उन्होंने राजनीतिक कारणों से इसे वापस लेने की आलोचना की और इसे प्रदेश के बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक बताया।

रक्षामंत्री का संबोधन

मुख्य अतिथि और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “मैंने कभी यह नहीं माना कि शिक्षकों पर पंचम वेतन आयोग लागू करना मेरा अहसान था, बल्कि यह उनका वाजिब हक था। शिक्षकों का यह अधिकार था और मैंने उसे लागू किया।” उन्होंने शिक्षक संघ के यशस्वी नेतृत्व को भी याद किया और कहा कि शिक्षक किसी भी समाज की धरोहर होते हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को संवारते हैं।

राजनाथ सिंह ने शिक्षकों से अपील की कि वे अपने मूल्यों और साख को बनाए रखें। उन्होंने कहा, “शिक्षक की साख और विश्वसनीयता ही उसका सबसे बड़ा आधार है। भले ही निजी क्षति उठानी पड़े, लेकिन शिक्षक को अपनी साख बरकरार रखनी चाहिए।”

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शिक्षकों के लिए प्रासंगिक भूमिका और बदलाव

रक्षामंत्री ने तकनीकी युग में शिक्षक की भूमिका में आए बदलाव की चर्चा की और कहा, “आज के डिजिटल दौर में सूचनाएं एक क्लिक पर उपलब्ध हैं, लेकिन जानकारी देने और शिक्षित करने में बड़ा अंतर है। यही अंतर शिक्षक की भूमिका को खास और प्रासंगिक बनाता है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक छात्रों को सही दिशा दिखाते हैं और उन्हें जीवन में बेहतर विकल्प चुनने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।

राजनाथ सिंह ने शिक्षक संघ की मांगों का किया समर्थन

रक्षामंत्री ने माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा प्रस्तुत की गई मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया और कहा कि राज्य सरकार सभी जायज मांगों पर विचार करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने नकल विरोधी अध्यादेश के फैसले को लेकर कहा, “मुझे चुनावी नतीजों में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने बच्चों के भविष्य से कभी समझौता नहीं किया।”

भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा पर चर्चा

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “आज भारत की स्थिति अंतरराष्ट्रीय मंच पर पूरी दुनिया से सशक्त है। जब भारत बोलता है, तो पूरी दुनिया कान खोलकर सुनती है। आज मोदी जी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था ने पांचवें स्थान पर अपनी जगह बना ली है, और यह हमारी सामूहिक मेहनत का परिणाम है।”

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सम्मेलन में शिक्षक संघ के पदाधिकारीगण का योगदान

कार्यक्रम के दौरान पूर्व एमएलसी सुरेश चंद्र त्रिपाठी, ध्रुव कुमार त्रिपाठी, जगवीर किशोर जैन, दिनेश शर्मा, मुकेश शर्मा, और हेम सिंह पुंढीर समेत कई अन्य शिक्षकों और संघ के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। सभी ने शिक्षक संघ के प्रयासों की सराहना की और राज्य के शिक्षकों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सरकार की भूमिका की चर्चा की।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का यह 57वां राज्य स्तरीय सम्मेलन न केवल शिक्षक समुदाय के लिए प्रेरणादायक था, बल्कि यह शिक्षकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर भी प्रकाश डालने वाला था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल द्वारा दी गई प्रेरणादायक बातों ने शिक्षकों को उनके कर्तव्यों को निभाने के लिए और अधिक उत्साहित किया। इस सम्मेलन ने शिक्षक समाज की ताकत और उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को एक बार फिर से उजागर किया।

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