आगरा: श्रीराम कथा के आयोजन की शुरुआत के साथ ही भक्तों ने श्रीहरि के प्रति अपनी भक्ति का प्रतीक रूप से प्रदर्शन किया। सीता धाम (कोठी मीना बाजार) में 15 से 22 दिसम्बर तक आयोजित होने वाली श्रीराम कथा की पूर्वसंध्या पर आज हवन की पवित्र अग्नि में आहूति देकर श्रीराम कथा की सफलता और श्रीहरि के प्रति समर्पण की प्रार्थना की गई।
भूमि पूजन और हवन में गूंजे श्रीराम के जयकारे
श्रीराम कथा के शुभारंभ के अवसर पर आज वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन किया गया और कथा स्थल पर भूमि पूजन हुआ। इस धार्मिक आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे और उन्होंने हवन पूजन में भाग लिया। मुख्य यजमान सलिल गोयल और उषा बंसल ने पहले आहूति दी, जिसके बाद विश्व शांति के लिए विशेष प्रार्थनाएँ की गईं। इस अवसर पर सभी भक्तों ने श्रीराम के जयकारे लगाए, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
कथा वाचक संत श्री विजय कौशल जी महाराज होंगे
मंगलमय परिवार द्वारा आयोजित यह श्रीराम कथा 15 दिसम्बर से 22 दिसम्बर तक सीता धाम में प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। कथा वाचक के रूप में संत श्री विजय कौशल जी महाराज कथा का वाचन करेंगे। राकेश अग्रवाल, समिति के महामंत्री, ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य भक्तों को श्रीराम के जीवन से जुड़ी शिक्षाओं से अवगत कराना और श्रीहरि की भक्ति में समाहित करना है।
आयोजन के अन्य प्रमुख कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में 8 दिसम्बर को स्नेह मिलन समारोह का आयोजन अग्रवाल सेवा सदन लोहामंडी में किया जाएगा, जिसमें संतश्री विजय कौशल जी महाराज भी सम्मिलित होंगे। इसके अलावा, 13 दिसम्बर को कथा स्थल पर मेहंदी उत्सव और कलश सज्जा का कार्यक्रम दोपहर 2 बजे से आयोजित किया जाएगा। 14 दिसम्बर को प्रातः 9 बजे मंगल कलश यात्रा का शुभारंभ चिन्ताहरण महादेव मंदिर से होगा, जो बैंड बाजों के साथ कथा स्थल पर पहुंचेगी।
श्रीराम कथा का उद्देश्य और महत्व
श्रीराम कथा का आयोजन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह कथा न केवल श्रीराम के आदर्शों से भक्तों को प्रेरित करती है, बल्कि समाज में धर्म और सद्भावना का प्रचार-प्रसार भी करती है। भक्तों को श्रीराम की महिमा और उनके जीवन के संघर्षों से संघर्षों का सामना करने की शक्ति मिलती है।
सभी ने मिलकर लिया प्रसाद
भूमि पूजन के बाद आरती का आयोजन किया गया, जिसके बाद सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से घनश्याम दास अग्रवाल, कमल नयन फतेहपुरिया, महावीर मंगल, रूप किशोर अग्रवाल, महेश गोयल, मुरारीप्रसाद अग्रवाल, हेमन्त भोजवानी, मुकेश नेचुरल, पीके गोयल, रेखा अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल, निकिता ग्रवाल, सुमन मंगल, रीना, नीलू, पूजा भोजवानी, मीरा अग्रवाल, ऋतु मित्तल, वंदना गर्ग आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।