Etah News एटा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वर्तमान अध्यक्ष के पति, जुगेंद्र सिंह यादव, को जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटाने के लिए विरोधी दलों ने एक साजिश शुरू कर दी है। उनके खिलाफ ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले 15 वर्षों से जुगेंद्र सिंह यादव और उनकी पत्नी इस पद पर काबिज हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि समाजवादी पार्टी का कोई नेता इस महत्वपूर्ण पद पर कैसे बना रह सकता है। इसीलिए भाजपा जुगेंद्र यादव से यह कुर्सी छीनने की योजना बना रही है, खासकर जब कि अगले साल जिला पंचायत चुनाव होने वाले हैं।
भाजपा में इस पद के लिए तीन नेता अपनी दावेदारी कर रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी में जुगेंद्र यादव के अलावा कोई और नेता इस राजनीति में मजबूत स्थिति में नहीं है। यही कारण है कि भाजपा जुगेंद्र यादव को पूरी तरह आइसोलेट करने का प्रयास कर रही है। इसके तहत उनके खिलाफ लगातार नए मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
हालांकि, करीब दो दर्जन मुकदमों में ट्रायल चल रहा है, लेकिन इनमें से किसी भी मामले में अभी तक उनकी सजा नहीं हुई है। कई मामलों में उन्हें जिला और उच्च अदालतों से जमानत भी मिल चुकी है। अब भाजपा के नेता नए मुकदमे दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि जुगेंद्र यादव जेल से बाहर न आ सकें और जिला पंचायत चुनाव में सक्रियता नहीं दिखा सकें। यदि भाजपा की यह रणनीति सफल होती है, तो वे जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपनी पकड़ बना सकते हैं।