आगरा (विनोद गौतम) : शनिवार को फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में द्वितीय इंटरनेशनल बायर-सैलर मीट एवं प्रदर्शनी का दो दिनी आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आगरा में बनने वाले इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर के बारे में जानकारी देना और किसानों को इससे होने वाले लाभों से अवगत कराना था।
आगरा सहित आसपास के जनपदों के आलू उत्पादकों को मिलेगा लाभ
आलू उत्पादन में वृद्धि:
सेंटर में विकसित किए गए बीजों का उपयोग करके किसान अपनी आलू की पैदावार में वृद्धि कर सकते हैं।
बेहतर मूल्य:
सेंटर किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करेगा।
आधुनिक तकनीकों का उपयोग:
सेंटर किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
रोजगार के अवसर:
सेंटर के निर्माण और संचालन से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर के बारे में
यह सेंटर पेरू की राजधानी लीमा में स्थित इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर की तर्ज पर बनाया जाएगा। यह सेंटर आलू के अनुसंधान और विकास के लिए समर्पित होगा। सेंटर में आलू की विभिन्न किस्मों को विकसित किया जाएगा। किसानों को आलू की खेती के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा:
इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर से आगरा के आसपास के किसानों को बहुत लाभ होगा। सेंटर किसानों को बेहतर बीज, आधुनिक तकनीकों और बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करेगा। सेंटर के निर्माण से आगरा में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
निदेशक उद्यान अतुल कुमार सिंह ने बताया:
इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा। सेंटर 2024 के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा। सेंटर के निर्माण में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह सम्मेलन आगरा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था। सेंटर के निर्माण से आगरा और आसपास के क्षेत्रों में आलू उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
इस सम्मेलन में 40 से अधिक स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉलों पर किसानों को आलू की खेती के बारे में जानकारी दी गई। किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया। इस सम्मेलन में देश-विदेश के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।