कैबिनेट मंत्री ने दी साफ हिदायत: किसी भी निर्दोष का नहीं होगा उत्पीड़न
आगरा। जनपद के बिचपुरी क्षेत्र में सदरवन नाले पर अवैध कब्जा हटाने के नाम पर सिंचाई विभाग द्वारा की गई तोड़फोड़ और ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट एवं वाहनों में तोड़फोड़ के कथित प्रकरण में विभागीय अधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
घटना का संज्ञान लेते हुए शनिवार को कैबिनेट मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक बेबी रानी मौर्य गांव अमरपुरा पहुंचीं। मौके पर जुटे सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। ग्राम प्रधान हुकुम सिंह, मंडल अध्यक्ष पदम सिंह और ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सोनू दिवाकर ने संयुक्त रूप से कैबिनेट मंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए केवल गरीबों के घरों को ही निशाना बनाया।
लगभग दो से तीन दशकों से जो लोग नाले पर आवागमन हेतु अस्थायी रैंप बनाकर रह रहे थे, उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया गया। वहीं, दबंग और प्रभावशाली लोगों के अवैध कब्जों को हाथ तक नहीं लगाया गया। इसके बावजूद झूठी कहानी गढ़कर कथित मारपीट और गाड़ियों में तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए थाने में नामजद मुकदमा दर्ज करा दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग की यह कार्रवाई पूरी तरह भेदभाव से प्रेरित थी।
ग्रामीणों की बातें सुनने के बाद कैबिनेट मंत्री ने मौके पर ही कड़े तेवर दिखाए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारियों से फोन पर वार्ता करते हुए साफ हिदायत दी कि किसी भी निर्दोष का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे की समस्त तथ्यों के साथ जांच की जाएगी। साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि शासन की नीति के विपरीत कार्य करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पूरे प्रकरण से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा।