लखनऊ। बरेली में सुनियोजित तरीके से अंजाम दिए गए भूमि अधिग्रहण घोटाले के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने दो PCS अफसरों समेत पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
बुधवार को बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण के दौरान करीब 200 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का खुलासा हुआ। मुख्यमंत्री ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की।
सस्पेंड किए गए अधिकारियों में पीसीएस अफसर मदन कुमार और आशीष कुमार शामिल हैं। इसके अलावा, सदर तहसील के लेखपाल उमाशंकर, नवाबगंज के लेखपाल सुरेश सक्सेना, और अमीन डंबर सिंह को भी सस्पेंड किया गया है।
यह कार्रवाई शासन की ओर से की गई है, और इसकी पृष्ठभूमि में यह बात सामने आई है कि घोटाले को बड़े स्तर पर सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय निवासियों और राजनीति में इस कार्रवाई की व्यापक चर्चा हो रही है, और जनता ने मुख्यमंत्री की पहल की सराहना की है। उम्मीद है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोकेगी।