Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी कांग्रेस पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला होने की उम्मीद है।
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: बीजेपी 2003 से मध्य प्रदेश में सत्ता में है। पार्टी ने पिछले दो विधानसभा चुनाव जीते हैं और लगातार पांचवीं बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस पार्टी राज्य में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि जनता द्वारा बीजेपी सरकार के खिलाफ व्याप्त असंतोष का उसे फायदा मिलेगा।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे और चुनौतियाँ इस प्रकार हैं:
- महंगाई: महंगाई राज्य के लोगों के लिए एक प्रमुख मुद्दा है। पिछले कुछ वर्षों में खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में काफी वृद्धि हुई है। इससे आम लोगों का जीवन कठिन हो गया है।
- बेरोज़गारी: बेरोज़गारी भी राज्य में एक प्रमुख चुनौती है। राज्य में बड़ी संख्या में युवा बेरोज़गार हैं। इससे अपराध और सामाजिक अशांति का खतरा बढ़ गया है।
- किसान संकट: किसानों की आय में कमी और कृषि लागत में वृद्धि के कारण राज्य में किसान संकट गहराया हुआ है। कई किसानों ने कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर ली है।
- भ्रष्टाचार: भ्रष्टाचार भी राज्य में एक प्रमुख समस्या है। बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं। इससे सरकार की छवि खराब हुई है।
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: इन मुद्दों और चुनौतियों के अलावा, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आदिवासी और पिछड़े वर्गों के मतदाताओं की भूमिका भी निर्णायक होगी। दोनों वर्गों की आबादी राज्य की कुल आबादी का लगभग 70 प्रतिशत है। ये वर्ग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए पार्टियों से चुनावी घोषणाओं की उम्मीद कर रहे हैं।
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में दोनों प्रमुख दल मतदाताओं को लुभाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए कर्जमाफी योजना और युवाओं के लिए रोज़गार सृजन योजनाओं की घोषणा की है। कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों और युवाओं के लिए बड़े वादे किए हैं। पार्टी ने यह भी वादा किया है कि वह सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएगी।
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: यह देखा जाना बाकी है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी। लेकिन यह स्पष्ट है कि राज्य में जनता असंतोष व्याप्त है और दोनों प्रमुख दलों के लिए ये चुनाव आसान नहीं होंगे।