माता सीता और द्रौपदी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंगलवार की रात अखिल भारत हिंदू महासभा के पवन शर्मा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज होने के बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। अनिरुद्धाचार्य के बयान का विरोध तेज होता रहा है। लोगों ने उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठाई है।
बीते एक वर्ष के अंतराल में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने कई विवादित टिप्पणी की हैं। पिछले दिनों उन्होंने महर्षि वाल्मीकि पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद वृंदावन में एक समारोह के मंच से श्रीमद्भागवत में राधा नाम है या नहीं, इसे लेकर विवाद हुआ था। यह विवाद अभी थमा नहीं था कि अब माता सीता और द्रौपदी पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर कथावाचक का विरोध तेज हो गया है।
पवन शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मंगलवार की रात अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि माता सीता और द्रौपदी की सुंदरता पर दिए गए बयान के बाद उनका माफी मांगने का तरीका भी गलत रहा। बीते दिनों पत्रकारों को दिए बयान में वह अपनी बात पर कायम रहे और विरोध करने वालों को बेरोजगार बता डाला।
नारायणी सेना, नारी शक्ति की राष्ट्रीय प्रमुख शीतल आचार्य ने प्रधानमंत्री को भेजा है। इसमें अनिरुद्धाचार्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। उधर, एसपी सिटी एमपी सिंह ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वृंदावन कोतवाली प्रभारी सूरज प्रकाश शर्मा ने बताया कि मामले की जांच रमणरेती चौकी प्रभारी अवनेद्र यादव कर रहे हैं।
हर दिन की तरह बुधवार को तय समय पर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने संत कॉलोनी स्थित गौरी गोपाल आश्रम परिसर में भक्तों से मुलाकात की और भागवत कथा का प्रवचन किया। चेहरे की शिकन उनकी परेशानी को बयां कर रही थी।
अनिरुद्धाचार्य पर मुकदमा दर्ज होने के बाद गौरी गोपाल आश्रम में भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा कम दिखाई दी। जो भक्त आए भी वह मुकदमे के बारे में बात करते दिखे। दोपहर में गौरी गोपाल आश्रम में आए भक्तों से अनिरुद्धाचार्य ने मुलाकात की। ढाई बजे आश्रम परिसर में व्यास पीठ से भागवत कथा का प्रवचन किया।