सिंगरौली (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ कोयला जलाकर कमरे में सोने से एक दंपती की दम घुटने से मौत हो गई. यह घटना शासन चौकी क्षेत्र के सिद्धीकला गांव में हुई.
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, सिद्धीकला गांव में गुरुवार रात लक्ष्मण प्रसाद और उनकी पत्नी माया देवी मोर्या ठंड से बचने के लिए अपने बंद कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गए थे. कमरे की खिड़की भी बंद होने के कारण सिगड़ी से निकली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बाहर नहीं निकल पाई. इस जहरीली गैस के कारण लक्ष्मण मोर्या की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी माया देवी बेहोश पाई गईं.
अस्पताल में पत्नी की मौत
बेहोश माया देवी को तुरंत जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया. इस तरह इस दर्दनाक घटना में पूरे परिवार की जान चली गई.
पुलिस की कार्यवाही
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
कार्बन मोनोऑक्साइड का खतरा
कोयला, लकड़ी या किसी भी प्रकार के ईंधन को बंद कमरे में जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है. यह गैस रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होती है, जिसके कारण इसका पता लगाना मुश्किल होता है. बंद कमरे में इस गैस की मात्रा बढ़ने से दम घुटने और मौत का खतरा बढ़ जाता है.
पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहली घटना नहीं है जब सिंगरौली में इस तरह की घटना हुई है. इससे पहले भी बरगवा इलाके में इसी तरह की एक घटना में दो युवकों की मौत हो गई थी.
ठंड से बचाव के सुरक्षित उपाय
ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में अंगीठी या सिगड़ी जलाने से बचना चाहिए. यदि जलाना आवश्यक हो, तो कमरे में हवा के आवागमन के लिए थोड़ी जगह जरूर रखें. हीटर या ब्लोअर का उपयोग करते समय भी कमरे को पूरी तरह बंद न करें.