रुद्राक्ष पाने में नाकाम लोग पंडित मिश्रा के खिलाफ नारे लगाते हुए लौटे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का महोत्सव स्थल का दौरा भी निरस्त

Dharmender Singh Malik
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भोपाल/छतरपुर/सीहोर । मप्र में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को भारी भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए। रुद्राक्ष लेने के चक्कर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। तीन महिलाएं लापता हो गई हैं।

वहीं पं. धीरेन्द्र शास्त्री के पन्ना रोड स्थित बागेश्वर धाम में एक महिला की मौत हो गई। किडनी की समस्या से पीडि़त यह महिला बुधवार को अपने पति के साथ अर्जी लगाने पहुंची थी। पंडाल में लाइन में खड़े-खड़े वह अचानक गिर पड़ी और वहीं दम तोड़ दिया।

मप्र के सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम अव्यवस्था का शिकार हो गया है। दस लाख से अधिक लोगों के आने से व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। भीड़ में चक्कर खाकर एक महिला गिरी और उसकी मौत हो गई। भक्तों के काफी संख्या में पहुंचने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। महोत्सव के दौरान तीन महिलाएं लापता हो गईं हैं। एक महिला छत्तीसगढ़ के भिलाई से आई हैं। दूसरी राजस्थान के गंगापुर की रहने वाली हैं, तीसरी महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली बताई जा रही हैं।

रुद्राक्ष वितरण अनिश्चित काल के लिए रोका
अत्यधिक भक्तों के पहुंचने की वजह से रुद्राक्ष का वितरण भी अनिश्चित काल के लिए रोका गया है। इस बात का जिक्र पंडित मिश्रा ने पहले दिन की कथा के दौरान भी किया। मंडी पुलिस ने महिला की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव से आई मंगला बाई पति गुलाब (50) की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे चक्कर आया। वह गिर पड़ी। संभवत: उसे हार्ट अटैक आया था। उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

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लगा रहा कई किमी जाम
सीहोर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बाहर से यात्रियों की भारी भीड़ लगी रही। कुबेरेश्वर धाम पहुंचने के लिए ऑटो रिक्शा और बस चलाने वालों ने भी मनमाने दाम वसूले। जाम लगा होने की वजह से भी परेशानी हई। इंदौर और भोपाल के रास्ते से आ रहे हजारों यात्री घंटों फंसे रहे। बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों को आयोजकों से सहयोग नहीं मिला। प्रशासन ने माना कि आयोजकों ने पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी। पंडित प्रदीप मिश्रा को अपने स्तर पर व्यवस्था करनी चाहिए थी। यह आयोजन सरकारी नहीं है। इतनी भीड़ को संभालने में प्रशासन के इंतजाम भी नाकाफी साबित हुए। इंदौर-भोपाल हाईवे पर कई घंटों तक 20 से 25 किलोमीटर तक जाम लगा रहा।

सीएम का प्रोग्राम रद्द
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शिव महापुराण कथा में भाग लेने आने वाले थे। दोपहर साढ़े तीन बजे का कार्यक्रम था। भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए उनका कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।

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अगर मौत आनी है तो आएगी ही: पंडित प्रदीप मिश्रा
कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि लोग मौत से डरते हैं। कहते हैं कि हम केदारनाथ नहीं जाएंगे। वहां बहुत ठंड है, कुछ हो गया तो क्या होगा। लेकिन अगर मौत आनी है तो आएगी ही। भले ही आप घर में ही क्यों न हो। आप घर में होगे, पैर पोछने के लिए पायदान में पैर रखोगे और अगर मौत आनी ही होगी तो तुरंत पायदान फिसल जाएगा। आप 7 तालों में ही क्यों न बंद हो, मौत को आना है तो वह आएगी ही। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो लोग यहां रुद्राक्ष के लालच में आ रहे हैं, तो वे न आएं। टिकट कैंसिल करा लो। यहां आना है तो महादेव के लिए आओ। उनसे क्या मिलेगा, उसकी लालच में आओ। रुद्राक्ष के लिए आने की आवश्यक्ता नहीं है।

बागेश्वर धाम में भी महिला की मौत
पं. धीरेन्द्र शास्त्री के पन्ना रोड स्थित बागेश्वर धाम में एक महिला की मौत हो गई। किडनी की समस्या से पीडि़त यह महिला बुधवार को अपने पति के साथ अर्जी लगाने पहुंची थी। पंडाल में लाइन में खड़े-खड़े वह अचानक गिर पड़ी और वहीं दम तोड़ दिया। 33 साल की यह महिला नीलू उर्फ नीलम अपने पति देवेंद्र सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के महाराजपुर से आई थी। पति देवेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी लंबे समय से बीमार थी। इससे निजात पाने के लिए वह बागेश्वर धाम पहुंची थी। सुबह खाना खाया था। उसके बाद पंडाल में अर्जी के लिए लाइन में खड़ी हुई। इसी दौरान बेहोश हो गई। परिजन उसका शव यूपी अपने गृह ग्राम ले गए।

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28 साल की लड़की लापता
बागेश्वर धाम दरबार से 28 साल की एक लड़की के लापता हो जाने का मामला भी सामने आया है। लापता कुमारी नीरज मौर्य 12 फरवरी को पिता ओमप्रकाश के साथ धाम पहुंची थी। उस दिन सुबह करीब 10 बजे के बाद वह कहीं नजर नहीं आई। पिता का कहना है कि वह प्रेत दरबार से गुम है। उन्होंने लोगों से मोबाइल नंबर 8955492438 या छतरपुर जिले के थाना बमीठा पर जानकारी देने के लिए कहा है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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