प्रभु श्री राम प्राण प्रतिष्ठा समारोह की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रामायण पाठ की शुरुआत, प्राचीन कैलाश मंदिर में अखंड रामायण पाठ शुरू

4 Min Read
प्रभु श्री राम प्राण प्रतिष्ठा समारोह की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रामायण पाठ की शुरुआत, प्राचीन कैलाश मंदिर में अखंड रामायण पाठ शुरू

आगरा: आज से एक वर्ष पहले अयोध्या धाम में सनातन धर्म के आराध्य देव प्रभु श्री राम के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सफल आयोजन की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर आगरा के प्राचीन कैलाश मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। इस ऐतिहासिक मौके पर मंदिर परिसर में विशेष रूप से श्री अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है, जो धार्मिक आस्था का प्रतीक है।

मंदिर के महंत गौरव गिरी गोस्वामी ने बताया कि आज से ठीक एक साल पहले 2024 में श्री राम को अयोध्या धाम में अपने भव्य मंदिर में विधिवत स्थापित किया गया था। इस पवित्र अवसर को लेकर सभी भक्तगण बेहद आस्थावान हैं और यह समय हम सबके लिए अत्यधिक मंगलकारी और शुभ है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे इस धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा बनें और भगवान श्री राम के आशीर्वाद से अपने जीवन को संजीवित करें।

अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ

आज प्रातः 9:00 बजे से प्राचीन कैलाश मंदिर के श्री राम दरबार के समक्ष श्री अखंड रामायण पाठ की विधिवत शुरुआत की गई। इस अवसर पर मंदिर के महंत, संतों और भक्तों की उपस्थिति विशेष रही। श्रीराम के भव्य मंदिर में यह पाठ धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, जो भक्तों के मन में श्रीराम के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना को और भी प्रगाढ़ करेगा।

विशाल शोभा यात्रा और महा आरती

22 जनवरी को भवना एस्टेट, सिकंदरा से प्राचीन कैलाश मंदिर तक विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होंगे और श्री राम के जयकारों के साथ मार्ग का अनुसरण करेंगे। शोभा यात्रा के बाद मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। इस भव्य आयोजन का समापन महा आरती के साथ होगा, जिसमें भगवान श्री राम की पूजा अर्चना की जाएगी।

विशेष भक्तों की उपस्थिति

अखंड रामायण पाठ के इस पवित्र अवसर पर महंत चंद्रकांत गिरी, महंत गौरव गिरी, महंत केशव गिरी, रामकुमार गुप्ता, पवन वर्मा, मनोज शर्मा, जयवीर सिंह, अमित पंडित सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी भक्तों ने मिलकर प्रभु श्रीराम के चरणों में श्रद्धा अर्पित की और आशीर्वाद प्राप्त किया।

धार्मिक महत्व

इस आयोजन का धार्मिक महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यह श्रीराम के प्रति श्रद्धा और आस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ पूरे समाज में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करता है। रामायण के पाठ का आयोजन न केवल धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा है, बल्कि यह हमारे संस्कारों और संस्कृति को संरक्षित रखने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्राचीन कैलाश मंदिर में इस आयोजन के माध्यम से भक्तों को भगवान श्री राम के संदेशों को समझने और उनके जीवन को अपनाने का अवसर मिलेगा। इस विशेष अवसर पर आयोजित अनुष्ठानों और धार्मिक क्रियाओं से पूरे वातावरण में एक विशेष प्रकार की आस्थावान ऊर्जा का संचार हो रहा है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version