मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज क्षेत्र से एक और डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है, जिससे यह साबित हो रहा है कि साइबर ठगों द्वारा युवाओं को निशाना बनाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस बार एक युवती इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद ठग के जाल में फंस गई, जिसने खुद को उसका भाई बना लिया और विदेश में पैसे कमाने का झांसा दिया। युवती ने इस संबंध में नईगढ़ी थाना क्षेत्र में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस अब ठग की तलाश में जुटी हुई है।
कैसे हुआ युवती का ठगी का शिकार?
जानकारी के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति ने इंस्टाग्राम पर युवती से दोस्ती की और खुद को अनाथ बताते हुए उसे अपनी बहन बनाने के लिए राजी कर लिया। वह धीरे-धीरे युवती के विश्वास में समा गया और उसे विदेश में पैसे कमाने का झांसा दिया। ठग ने दावा किया कि वह विदेश से हीरे और सोने के जेवरात के साथ-साथ 7 लाख रुपये भी भेजने वाला है।
युवती ने विश्वास करते हुए अपना पता और आधार नंबर ठग को दे दिया, और कुछ दिनों बाद उस व्यक्ति ने उसे बताया कि कस्टम अधिकारियों ने उसके द्वारा भेजे गए पार्सल को मुंबई में जब्त कर लिया है और उसे छुड़वाने के लिए कुछ पैसों की मांग की जा रही है।
कहानी का मोड़: ठग के जाल में फंसी युवती
युवती ने पहले बिना सोचे-समझे पैसे भेज दिए, लेकिन जब बार-बार पैसों की मांग की गई, तो उसने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद ठग ने युवती को लगातार धमकियां दीं। कभी खुद को पुलिस अधिकारी तो कभी कस्टम अधिकारी बताकर उसे और उसके परिवार को गिरफ्तार करने की धमकी दी गई। इससे परेशान होकर युवती ने अब थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
कितनी ठगी हुई?
युवती ने अब तक ठग से कुल 66 हजार रुपये की ठगी करवाई है। ठग ने तीन बार में यह राशि वसूली है। युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित नंबरों की लोकेशन ट्रेस करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने युवती को सतर्क रहने की सलाह दी है और अब ठगों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और सतर्कता
नईगढ़ी थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, और इसलिए साइबर अपराधों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। पुलिस ने युवती को सुरक्षा उपायों के बारे में बताया है और यह भी कहा है कि वे साइबर ठगों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।