मथुर: सहकारिता आंदोलन को और प्रभावी बनाने और समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने के उद्देश्य से मथुरा में सहकार भारती की जिला व महानगर इकाई के गठन के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक मथुरा के एसआर पब्लिक स्कूल में आयोजित हुई, जिसमें सहकार भारती के विभिन्न पदाधिकारी और गणमान्य लोग शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य और मुख्य बिंदु
बैठक का मुख्य उद्देश्य मथुरा जिले और महानगर की इकाइयों के गठन पर चर्चा करना था, ताकि सहकारिता के माध्यम से समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाया जा सके। बैठक की शुरुआत श्रीमती नम्रता सिंह, सह प्रमुख SHG प्रकोष्ठ सहकार भारती उत्तर प्रदेश, के स्वागत संबोधन से हुई। इसके बाद मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विभाग कार्यवाह श्री छैल बिहारी जी ने बैठक को संबोधित किया।
मुख्य अतिथि का संबोधन
श्री छैल बिहारी जी ने अपने संबोधन में कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और विकास का भी आधार है। उन्होंने बताया कि सहकार भारती ने समाज के हर वर्ग को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है और आगे भी यह आंदोलन समाज के हर व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनाने का प्रयास करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सहकारिता के माध्यम से समाज में व्याप्त विषमताओं को दूर किया जा सकता है और समृद्धि की दिशा में अग्रसर हुआ जा सकता है।
विभाग संयोजक राकेश शुक्ला का वक्तव्य
बैठक में सहकार भारती आगरा मंडल के विभाग संयोजक श्री राकेश शुक्ला ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, “स्थानीय इकाइयों के गठन से सहकारिता आंदोलन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। यह समाज के हर वर्ग को जोड़ने और उनके सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करेगा। जब स्थानीय स्तर पर इकाइयां मजबूत होंगी, तो यह बड़े पैमाने पर सहकारिता आंदोलन को साकार करने में मदद करेगी।”
सहकार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की उपस्थिति
बैठक में सहकार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य करुणा नागर, प्रो. डीएस तौमर, प्रो. रतीश कुमार, हजारी लाल, राजेश कुमार पचौरी, मोनिका कपूर, पंकज भाटिया, तेजबीर सिंह, चौधरी तस्वीर सिंह, और जय जगदीश सहित कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर एसआर पब्लिक स्कूल के प्रबंधक चौधरी उत्तम सिंह, मेघश्याम और गिरिधर कुमार झा जैसे गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
सहकार भारती की भूमिका
सहकार भारती, जो भारतीय सहकारिता आंदोलन का एक प्रमुख अंग है, ने समाज में सहकारिता के महत्व को समझते हुए समाज के विभिन्न वर्गों को इससे जोड़ने का कार्य किया है। यह संस्था विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अपने कार्यक्रमों के माध्यम से सहकारिता के लाभ को लोगों तक पहुंचाने का काम करती है। सहकारिता का उद्देश्य न केवल आर्थिक समृद्धि है, बल्कि यह समाज में सामाजिक समरसता और आपसी सहयोग की भावना को बढ़ावा देना है।
समाज के लिए सहकारिता के फायदे
बैठक में चर्चा की गई कि सहकारिता के माध्यम से किसानों, महिला समूहों, और अन्य कमजोर वर्गों को सशक्त किया जा सकता है। यह संस्था समाज में समानता और सामाजिक न्याय की भावना को प्रोत्साहित करती है। सहकारिता के द्वारा आर्थिक और सामाजिक दोनों ही पहलुओं में लोगों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। साथ ही, यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक बेहतर भविष्य की दिशा प्रदान करता है।
बैठक में आगे की कार्य योजनाओं पर भी चर्चा की गई, जिसमें सहकार भारती की मथुरा जिला और महानगर इकाई का गठन प्रमुख था। यह इकाइयां सहकारिता के सिद्धांतों को प्रोत्साहित करने, नये सदस्य जोड़ने और समाज के हर वर्ग तक सहकारिता के लाभ को पहुंचाने में मदद करेंगी। इसके अतिरिक्त, आगामी दिनों में सहकारिता के महत्व को लेकर और भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।