बहराइच। पुलिस विभाग में एक बड़ी कार्यवाही की गई है, जहां पुलिस अधीक्षक रामनयन सिंह ने लापरवाही और अनुशासनहीनता के मामले में पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया है। इस एक्शन के तहत एक साथ सात पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है, जिससे पुलिस महकमे में हलचल मच गई है। यह कदम शनिवार को तब उठाया गया जब पुलिस अधीक्षक ने जालिम नगर पुलिस चौकी पर हुई एक गंभीर घटना की जांच की।
यह घटना दो से तीन जनवरी की रात की है, जब मोतीपुर थाना क्षेत्र स्थित जालिम नगर पुलिस चौकी पर एक ट्रक चढ़ गया। इस दुर्घटना में पुलिस चौकी का फूस का मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। हादसे के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और मामला थाने में दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस अधीक्षक का एक्शन
इस मामले की जांच करने के लिए आईजी अमित पाठक और पुलिस अधीक्षक रामनयन सिंह घटनास्थल पर पहुंचे थे। जांच के दौरान संदिग्धता सामने आने पर पुलिस अधीक्षक ने बड़ा कदम उठाने का निर्णय लिया। उन्होंने चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार, हेड कांस्टेबल नरसिंह, रामानंद, राम सुमेर, सिपाही गौरव कुमार, धर्मजीत और अवनीश कुमार को निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक का यह कदम विभाग में अनुशासन की महत्वपूर्ण मिसाल पेश करता है और यह संकेत देता है कि अब लापरवाही और कर्तव्यहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस विभाग में हड़कंप
जालिम नगर पुलिस चौकी के सभी कर्मचारियों का निलंबन विभाग में एक बड़े बदलाव का संकेत है। सात पुलिस कर्मियों का एक साथ निलंबन होने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। यह कदम पुलिस प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि सुरक्षा और कर्तव्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
आईजी और पुलिस अधीक्षक की जांच
आईजी अमित पाठक ने इस मामले को गंभीरता से लिया और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने यह निर्णय लिया कि चौकी में हुई इस गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदार सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए। इस कार्रवाई से यह संदेश दिया गया है कि अब से पुलिस विभाग में किसी भी प्रकार की लापरवाही और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निलंबन से जुड़े अधिकारी
निलंबित किए गए पुलिस कर्मियों में चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार और हेड कांस्टेबल नरसिंह के साथ-साथ रामानंद, राम सुमेर, सिपाही गौरव कुमार, धर्मजीत और अवनीश कुमार का नाम शामिल है। इन सभी पुलिस कर्मियों की लापरवाही और अनुशासनहीनता के कारण पूरी चौकी को सस्पेंड किया गया है।
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई को विभाग की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के रूप में देखा है। इस कदम से यह साफ संकेत मिलता है कि पुलिस विभाग अब अपनी जिम्मेदारियों के प्रति और भी सख्त रहेगा। यह कार्रवाई विभाग में अनुशासन बनाए रखने और पुलिस कर्मियों को अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार बनाने का एक अहम प्रयास है।