आगरा: ताजगंज थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पुलिसकर्मी ने अपनी ही पहचान का फायदा उठाते हुए एक परिवार को निशाना बनाया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि डायल 112 में तैनात सिपाही अंशु यादव ने उनके मकान पर जबरन कब्जा कर लिया है और लगातार धमकी दे रहा है।
क्या है पूरा मामला?
सैमरी का ताल निवासी अंजू देवी ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने अंशु यादव को एक प्लॉट दिलाया था और इसी रिश्ते के चलते उन्होंने अंशु को अपने घर में रहने दिया था। लेकिन धीरे-धीरे अंशु की नियत बिगड़ गई और उसने मकान पर कब्जा कर लिया। जब परिवार ने मकान खाली करने को कहा तो अंशु ने मारपीट शुरू कर दी।
जेल और धमकी का खेल
अंजू देवी के पति अमर सिंह यादव को अंशु यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर जेल भिजवा दिया और जेल से छूटने के बाद भी धमकी देना जारी रखा। आरोप है कि अंशु ने अमर सिंह से मकान बैनामा करवाने या 80 लाख रुपये देने की मांग की।
पुलिस थाने में भी नहीं मिली सुनवाई
जब पीड़ित परिवार ने ताजगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई तो उन्हें कोई सुनवाई नहीं मिली। उल्टा, दरोगा ने उन्हें धमकाकर भगा दिया।
कोर्ट ने दर्ज किया मुकदमा
पीड़ित परिवार ने जब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो कोर्ट ने अंशु यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
सवाल उठ रहे हैं
इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पुलिसकर्मी कानून का पालन करने के बजाय खुद कानून तोड़ रहे हैं? क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा? क्या इस तरह के मामले आम हो गए हैं?
क्या कहती है पुलिस
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।