भोपाल। चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को मिली जीत के बाद जुलूस निकाल रहे लोगों पर दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया। दो गुटों के आमने-सामने आने के बाद उतारे गए बवाल में लोगों ने दुकानों एवं गाड़ियों को आग लगा दी। इस दौरान पेट्रोल बम फेंके गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठी चार्ज करने के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े। बाद में सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला और हालातों को काबू में किया।
मध्य प्रदेश के महू में चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को मिली जीत कुछ लोगों को रास नहीं आई है। टीम इंडिया की जीत के बाद तकरीबन 10:00 बजे जिस समय 100 से भी ज्यादा लोग 40 से अधिक बाइक्स पर सवार होकर जय श्री राम के नारे लगाते हुए जुलूस निकल रहे थे तो जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी किए जाने को लेकर विवाद हो गया।
पीछे चल रहे 5-6 लोगों को रोककर दूसरे पक्ष के व्यक्तियों द्वारा मारपीट शुरू कर दी गई। इस बात का पता जब आगे चल रहे लोगों को लगा तो उन्होंने पत्थर फेंके। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी पथराव करना शुरू कर दिया।
इस दौरान बाइक सवार कुछ लोग पत्ती बाजार और कुछ व्यक्ति कोतवाली तथा बाकी अन्य इलाकों में गुजर गए। उधर पत्ती बाजार क्षेत्र में भी पथराव शुरू कर दिया गया। घरों एवं दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।
बवाल बढ़ने पर आसपास के चार थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया। करीब 300 से ज्यादा जवान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाठी चार्ज करते हुए बवाल काट रहे लोगों को खदेड़ा। इस दौरान आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया गया। बाद में पहुंची सेना ने मोर्चा संभालते हुए तकरीबन ढाई घंटे के भीतर स्थिति को काबू में किया। कलेक्टर आशीष सिंह और डीआईजी निमिष अग्रवाल रात में ही और तकरीबन 2:00 बजे महू पहुंचे और उन्होंने शहर में पैदल घूम कर स्थिति का जायजा लिया।