आगरा: राधास्वामी सत्संग दयालबाग के आठवें संत सतगुरु और दयालबाग शिक्षण संस्थान सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रेम सरन सत्संगी साहब को महामना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अति विशिष्ट रत्न 2024 से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 163वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
यह समारोह रविवार शाम को सतसंग सभा पवित्र कृषि भूमि, सिकंदरपुर में आयोजित किया गया था, जिसमें महामना मालवीय मिशन के पदाधिकारियों ने प्रोफेसर प्रेम सरन सत्संगी साहब को यह सम्मान प्रदान किया। उन्हें यह सम्मान विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए दिया गया।
समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। काशी हिंदू विश्वविद्यालय और दयालबाग शिक्षण संस्थान सम विश्वविद्यालय (डीईआई) के छात्रों ने समारोह के आरंभ में सुंदर गीत प्रस्तुत किए, जो उपस्थित सभी लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव साबित हुए।
इससे पहले, शुक्रवार को आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के जेपी सभागार में आयोजित एक समारोह में महामना मालवीय मिशन द्वारा इस सम्मान की घोषणा की गई थी। इस अवसर पर, महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग के अध्यक्ष महासचिव राकेश चंद्र शुक्ला ने कहा कि भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय आधुनिक भारत के निर्माण में अग्रणी थे। उनके नाम पर 1978 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा महामना मालवीय मिशन की स्थापना की गई थी, और अब भारत भर में इस मिशन की 30 शाखाएं संचालित हो रही हैं।
प्रोफेसर प्रेम सरन सत्संगी साहब का यह सम्मान उनके शिक्षा, विज्ञान और समाज सेवा के प्रति उनके योगदान की सराहना है। उनके मार्गदर्शन में दयालबाग शिक्षण संस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित किए हैं।