फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स शरीफ से लौटते हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ इस समय फतेहपुर सीकरी स्थित हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर उमड़ती रही। उर्स की धूम के बीच एक ओर बेहद महत्वपूर्ण कार्य हुआ, जो सचमुच सामाजिक जिम्मेदारी का परिचायक है। सामाजिक संगठन रजा ए मुस्तफा कमेटी ने कड़ाके की सर्दी और कोहरे के बीच एक शिविर लगाकर जरूरतमंदों और गरीबों को गर्म कपड़े और कंबल वितरित किए। इस शिविर में मौलाना कलीमुल्लाह नूरी, मौलाना एहतेशाम और मौलाना शान मोहम्मद के साथ-साथ रजा ए मुस्तफा कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहे।
गर्म कपड़े और कंबल पाकर जरूरतमंदों के चेहरे पर राहत
गर्म कपड़े और कंबल वितरण की यह पहल बहुत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि फतेहपुर सीकरी के ग्रामीण इलाकों में सर्दी का असर बहुत ज्यादा होता है और गरीब लोग इस दौरान ठंड से बचने के लिए जूझते हैं। रजा ए मुस्तफा कमेटी ने इस शिविर में उन लोगों की मदद की, जिनके पास सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त कपड़े नहीं थे। शिविर में पहुंचे गरीब और निराश्रित लोगों के चेहरे पर जब कंबल और गर्म कपड़े मिलने पर राहत की लहर दौड़ी, तो यह दृश्य बेहद दिल को छूने वाला था।
रजा ए मुस्तफा कमेटी की सामाजिक पहल
रजा ए मुस्तफा कमेटी ने समाज में जरूरतमंदों और बेसहारा लोगों के लिए कई बार इस तरह के शिविर लगाए हैं। इस बार भी उनकी पहल ने सर्दी में राहत देने का काम किया है। कमेटी के सदस्य सामाजिक और धार्मिक जिम्मेदारियों को निभाने में हमेशा अग्रणी रहे हैं और उन्होंने हमेशा उन लोगों की मदद की है जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है।
शिविर का आयोजन और सेवा कार्य
शिविर का आयोजन फतेहपुर सीकरी के प्रमुख स्थलों में से एक हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के पास किया गया था। शिविर में आए सभी जरूरतमंदों को गर्म कपड़े और कंबल दिए गए। इस दौरान शिविर में मौलाना कलीमुल्लाह नूरी, मौलाना एहतेशाम, मौलाना शान मोहम्मद ने स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इस कार्य में योगदान दिया।
कमेटी के सदस्य बताते हैं कि उनका उद्देश्य सिर्फ धार्मिक सेवा नहीं है, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग के लिए भी काम करना है। यह एक बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी है, जिसे वे हर साल इस तरह के आयोजन के द्वारा निभाते हैं।
सर्दी में राहत: एक सामूहिक प्रयास
कमेटी द्वारा किए गए इस कार्य से जरूरतमंदों को सर्दी से बचने के लिए बड़ी मदद मिली। इस आयोजन से यह भी संदेश जाता है कि अगर समाज में हम एक-दूसरे के साथ खड़े रहें, तो हम किसी भी संकट को आसानी से पार कर सकते हैं। इस शिविर में आए लोग सिर्फ राहत ही नहीं पाए, बल्कि उन्होंने रजा ए मुस्तफा कमेटी के कार्यों की सराहना भी की।
रजा ए मुस्तफा कमेटी की भविष्य में और भी पहल
रजा ए मुस्तफा कमेटी के सदस्य बताते हैं कि भविष्य में भी वे समाज सेवा के इस कार्य को जारी रखेंगे और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएंगे। इस तरह के शिविरों से न केवल समाज में जागरूकता फैलती है, बल्कि एकजुटता और भाईचारे का भी संदेश जाता है। कमेटी का लक्ष्य हमेशा समाज के हर वर्ग की सेवा करना है और यह शिविर इसी दिशा में एक कदम है।
इस सर्दी में रजा ए मुस्तफा कमेटी की पहल ने समाज में न केवल जरूरतमंदों के लिए राहत का काम किया, बल्कि यह भी साबित किया कि समाज में एकजुट होकर हम मुश्किल समय में दूसरों की मदद कर सकते हैं। कमेटी के इस प्रयास को लेकर लोगों में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली और इसके माध्यम से यह संदेश भी गया कि मदद करने का जो सिलसिला है, वह निरंतर चलता रहेगा।