नई दिल्ली। दिल्ली की साकेत कोर्ट में जिस तरह से एक महिला से निलंबित वकील ने पहले अदालत परिसर के अंदर हाथापाई की फिर उसे दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी उसे पूरे देश ने देखा। निलंबित वकील ने महिला को कुल चार गोलियां मारी जिसमें से उसे तीन गोली लगी, दो पेट और एक हाथ में। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि दिल्ली की अदालतों में ऐसी आपराधिक घटना हुई हो। बीते 9 साल में कुल सात आपराधिक वारदातें दिल्ली के अलग-अलग अदालतों में हो चुकी हैं, जिसमें एक गैंगस्टर और एक पुलिसवाले की मौत तक हो चुकी है।
22 अप्रैल 2022 को रोहिणी कोर्ट में वकील और सुरक्षाकर्मी के बीच बहस के दौरान गोली चली, जिसमें दो वकील घायल हुए।
3 दिसंबर 2022 को अरमान नाम के गैंगस्टर ने कड़कड़डूमा कोर्ट के गेट नंबर चार पर की हवाई फायरिंग ।
9 दिसंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट परिसर के अंदर कोर्ट नंबर 102 में बम धमाका हुआ था।
24 सितंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर ढेर।
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