बरेली: बरेली में स्मैक तस्करों से रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित फरीदपुर थाना के इंस्पेक्टर रामसेवक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार के इस गंभीर आरोप में फंसे इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने एक विशेष टीम का गठन किया है।
सूत्रों के अनुसार, इंस्पेक्टर रामसेवक ने स्मैक तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद सात लाख रुपये की रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ दिया था। यह मामला तब सामने आया जब पुलिस ने इंस्पेक्टर के क्वार्टर से यह रकम बरामद की। इस घटना ने न केवल बरेली पुलिस की छवि धूमिल की है बल्कि पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि, “हमने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ भ्रष्टाचार और सरकारी गबन के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। हमारी विशेष टीम दिन-रात एक करके आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है।”
लोगों में रोष इस घटना के बाद लोगों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह के कृत्य पुलिस की छवि को धूमिल करते हैं और आम जनता का विश्वास टूटता है।
विशेष टीम की कार्रवाई एसएसपी द्वारा गठित विशेष टीम आरोपी इंस्पेक्टर के सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। टीम को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जल्द से जल्द सफलता मिलने की उम्मीद है।