आगरा: ताजमहल की खूबसूरती का वर्णन करना मुश्किल है, और इसे देखने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद मुइज्जू ने इसे ‘कालातीत कृति’ करार दिया। उन्होंने अपनी पत्नी साजिदा मोहम्मद के साथ ताजमहल का दौरा किया, जहां उन्होंने इस ऐतिहासिक स्मारक की अद्भुतता का अनुभव किया।
स्वागत समारोह
राष्ट्रपति मुइज्जू सुबह करीब आठ बजे आगरा एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका स्वागत उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया। इसके बाद, उन्होंने शिल्पग्राम का दौरा किया और फिर विंटेज डिजाइन की बैटरी कार से ताजमहल की ओर प्रस्थान किया।
ताजमहल की विशेषताएँ
ताजमहल में लगभग एक घंटे तक रुके मुइज्जू को अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने स्मारक की वास्तुकला, इतिहास और पच्चीकारी के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रपति ने पच्चीकारी में विशेष रुचि दिखाई और उन्हें ताजमहल का एक माडल भी भेंट किया गया।
आम पर्यटकों पर असर
मुइज्जू की यात्रा के कारण ताजमहल सुबह आठ बजे से दस बजे तक आम पर्यटकों के लिए बंद रहा, जिससे सैलानियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल के छात्रों के समूह को भी ताजमहल देखने से रोका गया, जिससे उन्हें बाहर ही बैठना पड़ा। शिल्पग्राम से ताजमहल तक सभी दुकानें सुबह से बंद रहीं, जो इस बार पहली बार हुआ है।
ताजमहल, जो प्रेम और वास्तुकला का प्रतीक है, ने एक बार फिर अपनी खूबसूरती से एक महत्वपूर्ण राजनैतिक हस्ती को मंत्रमुग्ध किया। राष्ट्रपति मुइज्जू की यात्रा ने ताजमहल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर की एक बार फिर पुष्टि की है।