एटा (जलेसर)। जिले में बेसिक शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है। परिषदीय विद्यालय अब नौनिहालों के ज्ञान का केंद्र बनने के बजाय शिक्षकों के बीच मारपीट का अखाड़ा बनते जा रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया शनिवार को जलेसर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सरायनीम में देखने को मिला।
सुबह करीब दस बजे, सरायनीम गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका संगीता रानी और शिक्षामित्र भंवर सिंह के बीच बहस हुई, जो चप्पल से मारपीट में बदल गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे यह चर्चा का विषय बन गया है।
रविवार को वायरल हुए इस वीडियो में प्रधानाध्यापिका को शिक्षामित्र को चप्पलों से पीटते हुए देखा जा सकता है। विद्यालय के गेट के सामने हो रही इस मारपीट के दौरान गांव के लोग बीच-बचाव करने के लिए आए। पीड़ित शिक्षामित्र भंवर सिंह ने विद्यालय के स्टाफ और ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त एक तहरीर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को सौंपी, जिसमें उन्होंने प्रधानाध्यापिका पर न केवल मारपीट का आरोप लगाया, बल्कि अन्य शिक्षकों के साथ अनुचित व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।
पीड़ित शिक्षामित्र ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक से कार्रवाई की गुहार लगाई है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापिका और शिक्षामित्र दोनों की ओर से अलग-अलग तहरीर प्राप्त हुई हैं, जिनमें मारपीट के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर शिक्षा मित्र का 151 में चलन कर दिया है।