आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में UP TSU और IHAT के सहयोग से एक महत्वपूर्ण दो दिवसीय CME (कॉनटीन्यूस मेडिकल एजुकेशन) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य PHC और CHC पर कार्यरत डॉक्टरों को गर्भावस्था एवं प्रसव संबंधित जटिल समस्याओं के निदान और प्राथमिक उपचार में विशेषज्ञता प्रदान करना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन सरोजिनी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने किया। इस CME में आगरा और आसपास के 4 जिलों से 15 डॉक्टरों और नर्सों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मोहिता अग्रवाल द्वारा किया गया।
आरआरटीसी प्रोग्राम का उद्देश्य
इस CME के तहत चलाए गए आरआरटीसी प्रोग्राम (Reproductive and Child Health Training Centre) का मुख्य उद्देश्य यह है कि PHC और CHC में कार्यरत डॉक्टरों और नर्सों को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान उत्पन्न होने वाली जटिल समस्याओं के सही समय पर निदान और उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जाए। इसके साथ ही उन्हें यह सिखाया जाता है कि कैसे इन समस्याओं को पहचानकर सही समय पर उच्च स्तर के अस्पतालों में रेफर किया जा सके, जिससे मातृ और शिशु की मृत्युदर में कमी लाई जा सके।
6 वर्षों में 60-70 डॉक्टर हुए प्रशिक्षित
इस विभाग द्वारा पिछले 6 वर्षों में करीब 60 से 70 डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया है। इन प्रशिक्षित डॉक्टरों की वजह से प्रसूति के दौरान होने वाली कई जटिलताओं जैसे रक्तस्राव, उच्च रक्तचाप, खून की कमी, और कमजोर नवजात शिशुओं को समय पर इलाज मिलने से कई जानें बचाई जा चुकी हैं। इन प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा दी जाने वाली उच्चतम चिकित्सा सेवाओं से पीपीएच (पोस्टपार्टम हेमरेज), एनीमिया, और कमजोर नवजात शिशुओं की हालत में काफी सुधार आया है।
CME कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
इस CME के दौरान गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के इलाज के लिए नवीनतम चिकित्सा प्रोटोकॉल्स, तकनीकों और उपचार विधियों पर चर्चा की गई। इसका उद्देश्य यह था कि डॉक्टरों को सटीक निदान और तत्काल उपचार देने की क्षमता प्रदान की जाए, जिससे उनकी प्रभावशीलता बढ़े और वे जटिल प्रसवों को बेहतर तरीके से संभाल सकें।
इसके अलावा, कार्यशाला में प्रसव के समय महिलाओं में होने वाले रक्तस्राव, उच्च रक्तचाप, और नवजात शिशुओं में संक्रमण जैसी समस्याओं के लिए त्वरित उपचार के तरीके भी बताए गए।
कार्यक्रम में शामिल डॉक्टरों का अनुभव
इस CME कार्यक्रम में शामिल हुए डॉक्टरों और नर्सों ने कार्यक्रम को बेहद लाभकारी बताया। एक डॉक्टर ने कहा, “यह CME कार्यक्रम हमारे लिए बहुत उपयोगी रहा, क्योंकि हमें गर्भावस्था के दौरान आने वाली जटिल समस्याओं का सही निदान करने के नए तरीकों के बारे में जानकारी मिली। हम अब ज्यादा प्रभावी तरीके से इन समस्याओं को हल कर सकेंगे, जिससे महिला और शिशु दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।”
समापन और भविष्य की योजनाएं
इस CME कार्यक्रम का समापन बड़ी सफलता के साथ हुआ और सभी प्रतिभागियों ने इसे एक शिक्षाप्रद और जानकारीपूर्ण अनुभव बताया। कार्यक्रम के समापन के बाद, डॉक्टरों ने विभाग की ओर से भविष्य में और भी ऐसे आयोजनों की आवश्यकता जताई, ताकि वे अधिक से अधिक डॉक्टरों को प्रशिक्षित कर सकें और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कर सकें।