अलीगढ़ में 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) के पहले बैच का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ईएमटी को आपातकालीन स्थितियों में बेहतर ढंग से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना था।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के 19 क्लस्टरों में चल रहे रिफ्रेशर ट्रेनिंग प्रोग्राम का एक हिस्सा था। इस प्रशिक्षण के माध्यम से ईएमटी को विभिन्न प्रकार की मौसमी बीमारियों, जैसे हीट स्ट्रोक, दस्त और सांप के काटने आदि से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान किए गए। इसके अलावा, उन्हें ट्रॉमा के मामलों में स्पाइन बोर्ड, सी कॉलर और हेड इमोब्लाइजर किट का उपयोग करने के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु
- आपातकालीन स्थिति में प्रतिक्रिया: ईएमटी को आपातकालीन स्थितियों में मरीजों को अस्पताल ले जाते समय आवश्यक प्राथमिक उपचार देने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
- मरीज की स्थिति का आकलन: ईएमटी को मरीज की स्थिति का आकलन करने के लिए आवश्यक पैरामीटर्स जैसे ब्लड प्रेशर, श्वसन दर, ऑक्सीजन लेवल, पल्स रेट और शुगर लेवल के बारे में बताया गया।
- ट्रॉमा केस में प्रबंधन: ईएमटी को ट्रॉमा के मामलों में स्पाइन बोर्ड, सी कॉलर और हेड इमोब्लाइजर किट का उपयोग करने के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
- मौसमी बीमारियों का प्रबंधन: ईएमटी को हीट स्ट्रोक, दस्त और सांप के काटने जैसी मौसमी बीमारियों के लक्षणों और उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में भागीदारी
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अलीगढ़, बुलन्दशहर, हापुड, गौतम बुद्ध नगर और गाज़ियाबाद जनपद के 30 इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन ने भाग लिया।
अधिकारियों का मार्गदर्शन
एंबुलेंस सेवा के जिला प्रोग्राम मैनेजर मोहम्मद अरशद और कोऑर्डिनेटर चन्द्र शेखर तथा प्रेम शर्मा ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ईएमटी को अपने संबोधन के माध्यम से मार्गदर्शन किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के ईएमटी को आपातकालीन स्थितियों में बेहतर ढंग से निपटने के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे मरीजों को समय पर और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।