आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज की दो छात्राओं को मिली आईसीएमआर छात्रवृत्ति

3 Min Read
आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज की दो छात्राओं को मिली आईसीएमआर छात्रवृत्ति

आगरा: आगरा के प्रतिष्ठित एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए एक गौरवपूर्ण खबर है. कॉलेज की दो शोधार्थी छात्राओं को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (DHR) द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान की गई है. दोनों छात्राओं को उनके शोध कार्यों के लिए एक-एक लाख रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है.

छात्राओं का विवरण और शोध विषय

जिन दो छात्राओं को यह प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति मिली है, उनके नाम और शोध विषय इस प्रकार हैं:

  • डॉ. आयुषी रंजन (जेआर): डॉ. आयुषी रंजन को उनके शोध अध्ययन ‘तृतीयक अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों के बीच आयुष्मान भारत डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाने और नतीजों का आंकलन करने के लिए अध्ययन’ विषय पर छात्रवृत्ति के लिए चुना गया है. उनका शोध इस बात पर केंद्रित है कि तृतीयक अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीज़ आयुष्मान भारत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को किस तरह अपना रहे हैं और इसके क्या परिणाम सामने आ रहे हैं. कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गीतू सिंह उनकी गाइड हैं, जो उनके शोध में मार्गदर्शन कर रही हैं.
  • डॉ. गीतिका (जेआर): डॉ. गीतिका को उत्तर भारत में ‘तृतीयक शिक्षण अस्पताल में क्रोनिक किडनी रोगियों में नेत्र संबंधी बदलावों के निर्धारक और कारणों का विश्लेषणात्मक अध्ययन’ विषय पर छात्रवृत्ति के लिए चुना गया है. उनका शोध क्रोनिक किडनी (गुर्दे) के रोगियों में आँखों पर होने वाले प्रभावों और उनके कारणों का विश्लेषण करने पर आधारित है. नेत्र विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनु जैन उनकी गाइड हैं और उनके शोध का मार्गदर्शन कर रही हैं.

प्राचार्य एवं डीन का बयान

इस उपलब्धि पर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं डीन डॉ. प्रशांत गुप्ता ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि संस्थान में शोध कार्यों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने इस सफलता में शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों की मेहनत को भी सराहा और इसे संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.

आईसीएमआर छात्रवृत्ति का महत्व 

आईसीएमआर द्वारा प्रदान की जाने वाली यह छात्रवृत्ति चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को प्रोत्साहित करने और युवा शोधार्थियों को अपना करियर बनाने में मदद करने के उद्देश्य से दी जाती है. यह एक प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति है और इसे प्राप्त करना शोधार्थियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version